जीटीएम गु्रप के साथ करार खत्म होने के बाद खाली पड़ी जमीन

गांधी रोड स्थित इस जमीन पर पहले दिल्ली बस स्टैंड था

देहरादून । गांधी रोड स्थित रोडवेज की बेशकीमती जमीन आज लावारिस हालत में है। यहां पहले पुराना दिल्ली बस अड्डा था। रोडवेज ने इसे 2012 में जीटीएम गु्रप को लीज पर दिया। दो तीन सालों के बाद जब जीटीएम ग्रुप ने किराया नहीं दिया तो रोडवेज ने इसे वापस लेते हुए जीटीएम ग्रुप को ब्लैक लिस्ट कर दिया।

जीटीएम के साथ था कॉन्ट्रेक्ट

रोडवेज और जीटीएम के बीच हुए करार में यह तय हुआ था कि यहां पर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाई जाएगी। इस बिल्डिंग में एक फ्लोर रोडवेज को भी मिलना था। कुल 1 करोड़ 20 लाख सालाना का 20 साल का कॉन्ट्रेक्ट किया गया था।

नहीं दिया किराया

चार साल पेमेंट देने के बाद जीटीएम ग्रुप ने रोडवेज को सालाना कॉन्ट्रेक्ट की धनराशि देना बंद कर दिया। कई साल तक किराया न देने और कॉट्रेक्ट न करने पर तो रोडवेज ने जीटीएम ग्रुप को 2019 में ब्लैक लिस्ट घोषित करते हुए इसे वापस ले लिया।

डिपो बनाने की मांग

रोडवेज कर्मचारियों की मांग है कि यहां पर डग्गामारी रोकने के लिए डिपो तैयार किया जाना चाहिए। ताकि रोडवेज को राहत मिल सके। यहां तक कि रात्री सेवा भी शुरु की जा सकती है। इससे रोडवेज के इनकम में राहत मिलेगी।

अभी इस जमीन पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इस विषय में बात चल रही है। जीटीएम ग्रुप के ब्लैक लिस्ट होने के कारण उनसे यह करार समाप्त कर दिया गया था।

दीपक जैन, जीएम

Posted By: Inextlive