ब्रिटेन का रहने वाला एक ऑडिटर काम के सिलसिले में नोएडा आया था। माना जा रहा है कि वह करीब 40 लोगों में संक्रमण फैला कर चला गया।

नोएडा (आईएएनएस)नोएडा के जिला अधिकारी और स्वास्थ्य अधिकारी एक महीने से यह जानने के लिए हाथ-पांव मार रहे हैं कि कितने लोग ब्रिटेन में रहने वाले एक ऑडिटर के संपर्क में आए थे जो नोएडा स्थित कंपनी में विजिट के लिए शहर में आया था। नोएडा के जिला मजिस्ट्रेट सुहास एलवाई ने कहा, 'आज कई सैंपल के नतीजे आए हैं। ब्रिटेन स्थित ऑडिटर के संपर्क में कितने लोग आए, इसकी सटीक संख्या बताना बहुत मुश्किल है। लेकिन मेरी जानकारी के अनुसार, शहर में कुल 64 पॉजिटिव मामलों में से कम से कम 40 लोग ऐसे हैं जिन्हें ऑडिटर से संक्रमण मिला था।'

उत्तराखंड में भी गया था ऑडिटर

बता दें कि ब्रिटेन निवासी ऑडिटर सीजफायर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के लिए काम करता है। वह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा और नोएडा आने से दो दिन पहले उत्तराखंड चला गया, जहां वह सेक्टर 135 के एक होटल में रुका और 19 मार्च को यानी कि देश में लॉकडाउन शुरू होने से कुछ दिनों पहले इंग्लैंड के लिए रवाना हो गया। मार्च के तीसरे और चौथे सप्ताह में नोएडा में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे और अधिकारियों का मानना है कि इस ऑडिटर की इसमें बड़ी भूमिका है। जिन लोगों में संक्रमण पाया गया है वे सीजफायर कंपनी या उनके संपर्क में आए लोगों से जुड़े हैं। नोएडा में पहला कोरोनोवायरस पॉजिटिव केस 8 मार्च को सामने आया और 21 मार्च तक पांच और मामले सामने आए।

इस तरह नोएडा में फैला वायरस

इसके बाद 27 मार्च तक, नोएडा में कोरोना वायरस मामलों की संख्या 17 हो गई। 23 मार्च को, सेक्टर -137 में रहने वाली एक महिला ने स्वास्थ्य अधिकारियों को कोविड -19 लक्षणों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि उनके पति अपने ऑफिस में ब्रिटेन के एक व्यक्ति के संपर्क में आए थे। 24 मार्च को, महिला और उसके पति में कोरोना का संक्रमण पाया गया, जिसके बाद सोसाइटी को तीन दिनों के लिए सील कर दिया गया। 25 मार्च को, उनकी बेटी में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसी दिन, नोएडा के सेक्टर 50 के एक और दंपति की भी जाँच की गई, जो सेक्टर -147 के जोड़े के संपर्क में आने के बाद संक्रमित हो गए। इस तरह से नोएडा में वायरस फैल गया।

Posted By: Mukul Kumar