नोएडा से चार दिनों लापता हुई फैशन डिजाइनर शिप्रा मलिक को आखिरकार नोयडा पुलिस ने ढूंढ ही निकाला। शिप्रा को गुड़गांव में देखा गया था। इस बात की पुष्टि मेरठ के आईजी ने भी कर दी है। नोयडा पुलिस पिछले चार दिनों से लगातार शिप्रा मलिक की तलाश कर रही थी। नोयडा पुलिस ने शिप्रा को जयपुर के एक आश्रम से बरामद किया है।


जयपुर के एक आश्रम में छुपी थी शिप्रापुलिस के सूत्रों की माने तो नोएडा की फैशन डिजाइनर शिप्रा ने खुद उसके अपहरण की साजिश रची थी। शिप्रा जयपुर के पास एक आश्रम में जाकर छुपीं थीं। वह अपनी दुकान के विवाद और लोन को लेकर पिछले काफी दिनों से परेशान चल रही थी। किडनैपिंग की इस साजिश में शिप्रा के भाई के शामिल होने का शक भी जताया जा रहा है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सात सेकेंड की पीसीआर कॉल भी इसी साजिश का हिस्सा थी। ताकि किसी को अपहरण की झूठी कहानी पर शक न हो। शिप्रा के ससुराल वालों का कहना है कि उन्होंने आईजी मेरठ से बात की थी। आईजी ने उन्हें बताया कि शिप्रा पूरी तरह सुरक्षित है और फिरौती के लिए कोई कॉल नहीं आई थी।पुलिस कर रही है पूछताछ


नोयडा पुलिस के मुताबिक शिप्रा को आखिरी बार एक बैंक में जाते हुए देखा गया। बैंक की सीसीटीवी फुटेज से यह खुलासा हुआ कि शिप्रा सही सलामत हैं। पुलिस ने शिप्रा को पकड़ पूछताछ कर रही है। पुलिस जानना चाहती है कि आखिर वो कहां थी। कैसे वो लापता हुई। इस घटना के पीछे कौन है। इस संबंध में अब तक किडनैपिंग का मामला दर्ज नहीं होने पर पुलिस ने विभागीय जांच बैठा दी है।विजया एंक्लेव के पास मिली थी शिप्रा की कारशिप्रा के घरवालों की माने तो बुटीक चलाने वाली शिप्रा मलिक सोमवार को दिल्ली के चांदनी चौक किसी काम से निकली थ। वो सफेद रंग की अपनी स्विफ्ट कार से घर से निकली थी। देर रात तक वह घर वापस नहीं लौटीं तो परिजनों ने उन्हें ढूंढना शुरु किया। काफी ढूंढने के बाद भी जब शिप्रा नहीं मिली तो परिवार वालों ने सेक्टर-20 थाने में शिप्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। तफ्तीश में निकली पुलिस को शिप्रा की कार सेक्टर-29 में विजया एंक्लेव के पास सड़क किनारे लावारिस हालत में मिली। ड्राइवर सीट के गेट की विंडो खुली हुई थी। पुलिस ने गेट खोला तो चाबी ब्रेक के पास नीचे पड़ी हुई थी। पुलिस को शिप्रा के मोबाइल की आखिरी लोकेशन सोमवार दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर दिल्ली के लाजपत नगर फ्लाईओवर के पास की मिली थी। फिरौती के लिए कॉल न आने पर हुआ शक

शिप्रा के गायब होने के बाद उसके परिजनों के पास फिरौती की कोई कॉल भी नहीं आई थी। शिप्रा के लापता होने की जांच पुलिस अपहरण के एंगल से कर रही थी। शिप्रा जिन रास्तों से गुजरी वहां के सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने खंगाले। शिप्रा की गुमशुदगी ने उसके घरवालों से लेकर पुलिसवालों तक को उलझा दिया था। इसे लेकर सबके दिमाग में कई सवाल थे। लेकिन ऐसे ही दूसरे मामलों की तरह इसमें भी पुलिस का सारा जोर साइंटिफिक इनवेस्टिगेशन पर था। पुलिस शिप्रा के मोबाइल फोन की डिटेल से लेकर आस-पास के तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी ताकि उसका कहीं कोई सुराग मिल सके। 7 सेकेंड की दिल्ली पुलिस की कॉल ने उलझाया मामला

पुलिस को एक ऐसी बात पता चली थी जिसने उसे एक सुराग तो दिया लेकिन इससे मामला सुलझने की बजाय उलझा दिया। पुलिस ने जब उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि दोपहर के दो बजकर 56 मिनट पर दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम में एक कॉल की गई थी। ये कॉल फकत 7 सेकेंड की थी। तब इस फोन का लोकेशन दिल्ली का लाजपत नगर फ्लाइओवर था। इसके बाद फोन स्वीच्ड ऑफ हो गया था। नोएडा पुलिस ने दिल्ली पुलिस से सात सेकेंड की उस कॉल के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की। वहां कॉल रिसीव होने के अलावा शिप्रा के बारे में कोई और जानकारी नहीं मिल सकी। कॉल किसने किया था। क्यों किया था। उसने क्या कहा था। सिर्फ सात सेकेंड के इस कॉल में कोई बातचीत नहीं हुई थी। लेकिन नोएडा में लावारिस मिली शिप्रा की कार और इस कॉल से कुछ बातें तो साफ हो गईंपुलिस की छानबीन में ये आया सामने
पुलिस ने अपनी छानबीन के बाद बताया कि शिप्रा मलिक या तो लाजपत नगर की तरफ गई या फिर ले जाई गई। इस दौरान उसके मोबाइल फोन से पुलिस को भी कॉल करने की कोशिश हुई थी। छानबीन में ये भी पता चला कि उसकी अपनी बूटीक शॉप को लेकर सेक्टर 29 के ही एक शख्स से साल 2011 से ही कानूनी लड़ाई चल रही थी। जिस दुकान में कभी शिप्रा की बूटीक शॉप चलाया करती थी। पुलिस इस मामले को भी ध्यान में रखकर जांच कर रही है। शिप्रा मलिक ने दिल्ली की पर्ल एकेडेमी से 2005 में फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया था। एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पहली बार वह अपने पति चेतन मिली थी।  चेतन के पेशे से प्रॉपर्टी डीलर हैं। दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में तब्दील हो गई। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली। दोनों को सवा साल का एक बेटा भी है। जो अपनी मां की गुमशुदगी के बाद से सदमे में है।

Posted By: Prabha Punj Mishra