GORAKHPUR : महज कुछ रुपए बचाने के चक्कर में गोरखपुराइट्स हर महीने अपनी जेब खाली करवा रहे हैं. सस्ते सामान खरीदने के लालच में वे बिना आईएसआई मार्क वाले इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज खरीद रहे हैं. ऐसे अप्लायंसेज से शॉर्ट सर्किट खतरा तो होता ही है बिजली के बिल में भी बढ़ोत्तरी हो रही है. इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन के मुताबिक आईएसआई मार्क वाले इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज इनके मुकाबले करीब 50 परसेंट कम बिजली खर्च करते हैं. सिटी में बिना आईएसआई मार्क वाले इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज धड़ल्ले से बिक रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि सारी बात जानते-समझते हुए भी प्रशासन आंखों पर पट्टी बांध कर बैठा हुआ है.


घर में करें कॉपर के तारों का यूज, खरीदें स्टार रेटेड अप्लायंसेजइलेक्ट्रिसिटी वर्कशॉप के जेई अभय कुमार के मुताबिक कॉपर वायर्स से लाइन लॉस कम होता है। पहले इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन भी कॉपर के तारों का ही यूज करता था, लेकिन महंगा होने के कारण इसकी चोरी अधिक होती थी, जिसकी वजह से कॉर्पोरेशन ने कॉपर के तार का यूज बंद कर दिया। इस वक्त कॉर्पोरेशन एल्युमिनियम के तार यूज करता है, जिससे बिजली की खपत 25 परसेंट बढ़ जाती है। अभय कुमार सलाह देते हैं कि पब्लिक को घर पर कॉपर के वायर्स यूज करने चाहिए। इससे लाइन लॉस कम होने के साथ-साथ शॉर्ट सर्किट का खतरा भी कम रहता है। उनके मुताबिक अब मार्केट?में थ्री और फाइव स्टार रेटेड होम अप्लायंसेज अवेलबल हैं, जो बिजली की कम खपत करते हैं।सस्ते के चक्कर में लगता है चूना
कोतवाली रोड स्थित एक इलेक्ट्रिक शॉप के ओनर का कहना है कि बिना आईएसआई मार्क वाले इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज सुंदर होने के साथ-साथ कम कीमत वाले होते हैं, जिसकी वजह से लोग इन्हें खरीदना पसंद करते हैं। हालांकि पब्लिक भी यह जानती है कि ऐसे उपकरण बिजली की खपत ज्यादा करते हैं, बावजूद इसके सस्ते के चक्कर में फंसकर पब्लिक ऐसे अप्लायंसेज खरीदती है। मार्केट एक्सपट्र्स की मानें तो सिटी के इलेक्ट्रिक मार्केट के 40 परसेंट पर बिना आईएसआई मार्क वाले सामान का कब्जा है।क्या है नियम?भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड एक्ट, 1986 की धारा 14 क्वालिटी कंट्रोल आर्डर 2003 मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन के तहत बिना आईएसआई मार्क वाले इलेक्ट्रिानिक आयरन, रेडिएटर, इलेक्ट्रिकल स्टोव, गीजर, ब्लोअर, टीवी, पंखा आदि एक दर्जन से अधिक इलेक्ट्रिनिक आइटम्स की बिक्री प्रतिबंधित है। फिर भी बिना आईएसआई मार्क वाले अप्लायंसेज मार्केट में धड़ल्ले से बिक रहे हैं। अब लोकल मार्केट में चाइनीज उपकरणों की भी संख्या बढ़ गई है। ऐसे उपकरण बिजली की खपत अधिक करने के साथ सिक्योरिटी के लिए भी बड़ा खतरा हैं।कस्टमर्स पैसा बचाने के चक्कर में बिना आईएसआई मार्क वाले उपकरण खरीदते हैं। ऐसे उपकरण सिक्योरिटी के प्वाइंट ऑफ व्यू से तो खतरनाक हैं ही, बिजली की खपत भी ज्यादा करते हैं।शेखर शर्मा, बिजनेसमैन, इलेक्ट्रिकल गुड्सकंज्यूमर्स को यही सलाह है कि सिर्फ आईएसआई मार्क वाले इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज ही यूज करें। इससे बिजली बिल तो कम आएगा ही, सुरक्षा के लिहाज से भी ये ठीक है। एसपी पांडेय, एसई महानगर विद्युत वितरण निगम

Posted By: Inextlive