भारत के घरेलू मैचों के फॉर्मेट में हो रही बदलावों की खबर झूठी है। बीसीसीआई ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा ऐसा कुछ नहीं होने वाला है।

नई दिल्ली (आईएएनएस)। बीसीसीआई जीएम क्रिकेट ऑपरेशंस सबा करीम ने बुधवार को भारत के प्रमुख घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी के प्रारूप को बदलने की खबरों का खंडन किया। रिपोट्र्स यह कह रही थीं कि रणजी ट्रॉफी के लिए बोर्ड प्रारूप में बदलाव कर रहा है, जिससे अंत में पूरे सीजन में खेले जाने वाले मैचों की संख्या में काफी बदलाव होगा। करीम ने कहा कि उन्हेंं इसकी जानकारी नहीं थी। करीम ने आईएएनएस को बताया, "नहीं, हमने कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है (टूर्नामेंट के प्रारूप को बदलने के लिए)। मुझे ऐसी किसी भी चीज की जानकारी नहीं है और ऐसा नहीं किया है।'

चल रही थी यह खबरें

मौजूदा प्रारूप में, रणजी ट्रॉफी चार समूहों के बीच खेली जाती है: एलीट ग्रुप ए और बी जिसमें नौ टीमें होती हैं, ग्रुप सी में 10 और प्लेट ग्रुप में 10 टीमें होती हैं। कुछ टीमें शीर्ष स्तरीय (एलीट ग्रुप ए और बी ) से क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करती हैं। क्वार्टर फाइनल के लिए दो टीमें दूसरे-स्तरीय (एलीट ग्रुप सी) और एक टीम लोअर-टियर (प्लेट ग्रुप) से क्वॉलीफाई करती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस के प्रकोप से पहले एक प्रस्ताव भेजा गया था जिसमें एलीट टीमों को पांच समूहों में विभाजित करने के लिए कहा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि बीसीसीआई द्वारा नए प्रारूप को अपनाए जाने की संभावना है, प्रत्येक एलीट समूह में छह टीमें होंगी, जबकि प्लेट समूह में आठ शामिल होंगे (पिछले सीजऩ से शीर्ष दो को एलीट ग्रुप ई में पदोन्नत किया जाएगा)। पांच एलीट समूहों में शीर्ष पर रहने वाली टीमें सीधे क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari