-लॉकडाउन के चलते कुलियों के सामने खड़ा हुआ रोजी रोटी का संकट

-300 से 400 रुपये डेली कमाने वालों को अब परिवार का खर्च उठाना पड़ रहा भारी

स्टेशन पर ट्रेंस के रुकने और पैसेंजर्स के सर्कुलेटिंग एरिया में उतरने से पहले ही दौड़ लगाकर यात्रियों का सामान उठाने की आपाधापी करने वाले कुलियों की जिंदगी लॉकडाउन में ठहर गई है। शहर में स्थित रेलवे स्टेशन का आंगन में इन दिनों सन्नाटा पसरा है और प्रवेश के सभी प्वाइंटस को बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया गया। प्लेटफॉर्म पर ट्रेंस के हार्न की आवाज भी गुम है। मेहनत के बाद कुछ कमाई होने पर कुलियों के परिवार का लालन-पालन होता है। डेली कमाने खाने वाले इन परिवारों के आगे दो जून की रोटी का संकट खड़ा हो गया है। अब जब ट्रेन चले तो इनकी समस्या का समाधान हो। लॉकडाउन की मियाद बढने से इनकी चिंता और बढ़ गयी है।

बोझ उठाने वालों की जिंदगी बनी बोझ

प्लेटफॉर्म पर पूरे दिन एक के बाद एक पहुंचने वाले लोगों का बोझ उठाने वाले कुलियों को एक एक पल काटना अब बोझ लग रहा है। साथी कुलियों के साथ समय बिताने वाले कुली अब अपने घरों में कैद हैं। कुली यूनियन के अध्यक्ष केदार यादव ने बताया कि प्रतिदिन 300 से 400 रुपये की कमाई होती थी। लेकिन इन दिनों राशन जुटाने के लाले पड़े हैं। पहले तो स्टेशन से भी राशन मिल जाता था लेकिन अब लॉकडाउन के चलते वह भी मुश्किल है। वर्तमान में यह उम्मीद लगाये बैठे हैं कि फिर से ट्रेन शुरू होगी तभी स्थिति में सुधार हो पाएगा।

स्टेशन से खरीदकर ले जाते थे राशन

जब तक ट्रेन का संचालन नहीं होगा तब तक पुराने दिन लौटने की कल्पना नहीं की जा सकती। केदार यादव ने बताया कि कई कुली ऐसे हैं जो दिनभर कमाने के बाद राशन खरीदकर घर ले जाते थे तो उनके घर में भोजन बनता था, आज उनकी हालत बहुत खराब है। बताया कि इन दिनों उनके समक्ष बड़ी विपदा आ गयी है। अगर लॉकडाउन लंबा खिंच गया तो हालत और बिगड़ जाएगी। सबसे बड़ी समस्या उनके सामने है जो किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे।

पैदल गए अपने घर

कुली यूनियन के उपाध्यक्ष लालू यादव ने बताया कि 24 मार्च को लॉकडाउन के बाद तो कई कुली अपने घर चल गये। लेकिन कुछ इस उम्मीद में रुके रहे कि ट्रेन का संचालन होगा तो घर क्यों जाएं, उसमें फंस गए। उन्हें पैदल घर जाना पडा। इसमें कई गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ, मउ के कुली रहे। बताया कि स्थिति इतनी खराब हो गयी है कि वर्तमान समय में कई कुली अपने मोबाइल में रिचार्ज भी नहीं करा पा रहे हैं।

यहां हैं इतने कुली

-कैंट स्टेशन 200

-मंडुवाडीह स्टेशन 6

-सिटी स्टेशन 4

-काशी स्टेशन 4

Posted By: Inextlive