Recipient of Padma Bhushan award Jagjit Singh was the man behind making the ghazal genre available and understandable to all. Prior to Singh ghazal singing was considered as an elite art which was difficult for the common mass to understand due to high class Urdu and Persian.


मशहूर गजल गायक और गजल के बादशाह कहे जानेवाले जगजीत सिंह आज सुबह 8 बजे मुंबई में निधन हो गया. वे 70 बरस के थे और मुंबई के लीलावती अस्पताल में पिछले कई दिनों से भर्ती थे. उन्हें ब्रेन हैमरेज होने के कारण अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.गौरतलब है कि मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह को पिछले माह 23 सितम्बर को गंभीर हालत में मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ब्रेन हैमरेज होने के बाद जगजीत सिंह की सर्जरी की गई, जिसके बाद से ही उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी. वे तबसे आईसीयू वॉर्ड में ही भर्ती रहे.हिन्दुस्तान और पाकिस्तान और पूरे उपमहाद्वीप के गजल गायकों में जगजीत सिंह का नाम बहुत ही सम्मान से लिया जाता है. आम लोगों में गजलों को लोकप्रिय बनाने में उनका अहम योगदान है. अब तक वे 50 से ज्यादा अलबम निकाल चुके हैं.
हिन्दी के अलावा पंजाबी, बांग्ला, उर्दू, गुजराती, सिंधी और नेपाली में भी उन्होंने कई गीत-गजल गाए हैं. 2003 में भारत सरकार ने कला में उनके खास योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया.लाखों दिलों को अपनी नज्मों और गजलों से छूनेवाले जगजीत सिंह गंभीर बीमारी से जूझते हुए अपने पीछे एक सुरीला संसार छोड़ गए. 

Posted By: Kushal Mishra