बिहार के रोहतास जिले में एसडीएम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए भगवान हनुमान को समन जारी किया है। कोर्ट ने भगवान हनुमानजी को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया है। उनकी प्रतिमा पर इस आदेश को चिपकाया गया है और उन्हें कोर्ट में हाजिर होने को कहा गया है।

रोहतास जिले में सामने आया मामला
रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन में एक ताजा मामला सामने आया है, जहां पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट ने अदालत में याचिका दाखिल कर कहा था कि रोड पर पंचमुखी हनुमान मंदिर होने के कारण लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते बजरंग बली पर केस कर दिया गया है। जिस पर डिपार्टमेंट के आदेश की सुनवाई करते हुए एसडीएम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है कि हुनमान जी अदालत में हाजिर हों। इससे पहले बेगूसराय जिले में भी भगवान हनुमान को नोटिस जारी किया गया था और सीतामढ़ी में भी भगवान राम के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
बेगूसराय में भी भगवान हनुमान को भेजा गया था नोटिस
पांच फरवरी 2016 को बेदुसराय में एक सीओ ने भगवान हनुमान को नोटिस भेजा था जिसमें कहा गया था कि उनके मंदिर के चलते लोगों को आने जाने में दिक्कत होती है। वे अपना मंदिर हटा लें। इस नोटिस के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था। हालांकि इसके बाद सीओ ने अपनी गलती मान ली थी और कहा था कि पता लगाया जाएगा कि आखिर किसकी गलती के चलते हनुमान मंदिर नोटिस भेजा गया है।
सीतामढ़ी में किया गया था भगवान राम पर केस
सीतामढी के एक वकील चंदन सिंह ने भगवान राम के खिलाफ केस दर्ज किया था कि उन्होंने और लक्ष्मण ने माता सीता को बिना गलती के वनवास क्यों भेजा था? सीता माता का कोई दोष नहीं था, इसके बाद भी राम ने उन्हें जंगल में भेजा। इसके बाद वकील से कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पूछा था कि आखिर इतनी पुरानी घटना के लिए किसे पकड़ेंगे।
वकील पर दर्ज हुए थे तीन केस
भगवान राम और लक्ष्मण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले वकील चंदन सिंह पर तीन केस दर्ज किए गए थे। गौरतलब है कि उन पर केस दर्ज कराने वाले भी वकील ही थे और उनके खिलाफ भी उसी कोर्ट में केस दर्ज कराया गया है, जहां उन्होंने भगवान राम के खिलाफ केस किया था।

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Posted By: Molly Seth