- मुलायम सिंह यादव के परिवार में बढ़ी नेताओं की संख्या

- पिछले लोकसभा चुनाव में परिवार के लोग ही जीते थे

LUCKNOW: सूबे की राजनीति में 'धरतीपुत्र' के नाम से मशहूर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के परिवार में एक और राजनेता ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा है। परिवार की बड़ी बहू डिंपल यादव के बाद अब छोटी बहू अपर्णा यादव चुनाव मैदान में अपनी किस्मत परखेंगी। परिवार बढ़ने के साथ यादव फैमिली में समय-समय पर लोगों को राजनीति में नमूदार करने का सिलसिला रहा है। सूबे की सबसे मजबूत पॉलिटिकल फैमिली में अब अपर्णा यादव भी शामिल हो गयी हैं। इसके साथ ही राजनीति में परिवार के सदस्यों की संख्या बढ़कर 21 हो चुकी है।

मुलायम से हुई थी शुरुआत

राजनीति में कदम रखने के बाद मुलायम सिंह यादव अपने भाईयों रामगोपाल यादव, शिवपाल सिंह यादव को साथ लेकर चले। पहले जनता दल का दामन थामने वाले मुलायम ने चार अक्टूबर 1992 को समाजवादी पार्टी की स्थापना की। तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्होंने रामगोपाल और शिवपाल को महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया। शिवपाल यादव 1988 में पहली बार इटावा के जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष चुने गए। 1996 में मुलायम ने अपनी जसवंतनगर की सीट शिवपाल के लिए खाली कर दी जिसके बाद इस सीट पर शिवपाल का लगातार कब्जा रहा। वहीं मुलायम ने 2004 में संभल सीट रामगोपाल के लिए छोड़ी और खुद मैनपुरी से सांसद का चुनाव लड़ा। रामगोपाल इस सीट से जीत हासिल करके संसद पहुंचे। फिलहाल वे सपा से राज्यसभा के सदस्य हैं।

अखिलेश की हुई इंट्री

इसी तरह मुलायम ने अपने बड़े पुत्र अखिलेश यादव के लिए कन्नौज की सीट खाली की। अखिलेश इससे पहले फिरोजाबाद से भी चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होने अपनी पत्‍‌नी डिंपल यादव के लिये सीट छोड़ दी थी लेकिन वे कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर से चुनाव हार गयीं। इसके बाद डिंपल ने कन्नौज से चुनाव लड़ा और निर्विरोध चुनी गई। वहीं अखिलेश 2012 में यूपी के मुख्यमंत्री बन गये। वहीं 2004 में मुलायम ने धर्मेन्द्र यादव को मैनपुरी से चुनाव जितवाया। बाद में धर्मेन्द्र ने बदायूं से लोकसभा का चुनाव भी जीता। अपने पोते तेजप्रताप यादव को पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने मैनपुरी से लड़ाया और सांसद बनने में मदद की। दरअसल मुलायम ने मैनपुरी और आजमगढ़ दो सीटों से चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होंने तेजप्रताप के लिए मैनपुरी सीट छोड़ दी थी। वहीं अक्षय यादव हाल ही में फिरोजाबाद से सांसद चुने गये।

पंचायत चुनाव में भी दिखाई धमक

मुलायम के छोटे भाई राजपाल यादव की पत्नी प्रेमलता यादव इटावा की जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। वहीं शिवपाल यादव की पत्‍‌नी सरला यादव भी दो बार जिला सहकारी बैंक इटावा की राज्य प्रतिनिधि रह चुकी हैं। शिवपाल के बेटे आदित्य यादव वर्तमान में यूपीपीसीएफ के चेयरमैन हैं। राजपाल और प्रेमलता यादव के बेटे अंशुल यादव इटावा से निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। सपा सुप्रीमो की भतीजी और सांसद धमर्ेंद्र यादव की बहन संध्या यादव मैनपुरी से जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। मुलायम की चचेरी बहन गीता देवी के बेटे अरविंद यादव ने 2006 में मैनपुरी के करहल से ब्लॉक प्रमुख बने। मुलायम के कुनबे की पहली बेटी शीला यादव जिला विकास परिषद की सदस्य निर्वाचित हुई, साथ ही बहनोई अजंत सिंह यादव बीडीसी सदस्य चुने गए। इसके अलावा तीन नये सदस्य मुलायम के भतीजे अंशुल यादव, भतीजी संध्या यादव तथा एक अन्य रिश्तेदार वन्दना यादव हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में जीत हासिल करने में सफल रहे।

Posted By: Inextlive