यूजीसी ने सभी यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों को दिए सख्त निर्देश

पहले रजिस्टर और फिर वेबसाइट में रजिस्टर्ड करनी होगी शिकायत

Meerut। यूजीसी ने सभी यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वो अपने स्टूडेंट्स की शिकायत का रजिस्ट्रर मेनटेन करें। यही नहीं, इसको लेकर ऑनलाइन पंजीकरण वेबसाइट भी बनानी होगी। यूजीसी के अनुसार इसका लिंक यूजीसी को शेयर करना होगा। इससे पता लगेगा कि किसने कितनी शिकायतें सॉल्व की है । साथ ही किस तरह की शिकायतें अधिक आ रही है। नए सत्र से इस व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दिए है।

कर लें तैयारी

यूजीसी ने सभी यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों को साफ कहा कि नए सेशन से पहले ही सभी को इस नए बदलाव की सूचना दे दी है। ताकि वो नए सत्र तक इसे तैयार कर लें, अपनी वेबसाइट और रजिस्टर दोनों ही तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इस वेबसाइट पर रजिस्टर में लिखी शिकायतों को चढ़ाना होगा। इसके साथ ही समस्या का प्रकार क्या है, शिकायत किस संबंध में सभी डिटेल्स लिखनी होगी। इसके साथ ही ये भी लिखना होगा कि समस्या का सॉल्यूशन कैसे किया है और कितने दिनों में किया गया है। ऐसा करने से पारदर्शिता बनी रहेगी, यूजीसी को भी पता लगेगा कि कौन सी बड़ी समस्या सामने आ रही है।

समस्या का हल निकालेंगे

यूजीसी ने कहा कि हर छह माह में ये देखा जाएगा कि कॉलेजों में कौन सी समस्या सबसे ज्यादा है। बड़ी समस्या का समाधान यूजीसी खुद निकालेगा। इसके साथ ही अगर कॉलेजों की कोई बड़ी समस्या है, जिसके बारे में लगता है तो उसका सॉल्यूशन एडवाइस के तौर पर दिया जा सकता है, यूजीसी को अगर वो आइडिया बेहतर लगता है तो उसको लागू भी किया जा सकता है।

क्या कहते है शिक्षाविद्

यूजीसी अक्सर स्टूडेंट के हित में रहा है, ये प्लान भी बेहतर है, इससे कॉलेजों को भी अलर्ट रहना होगा। स्टूडेंट को भी जल्द ही समस्याओं का हल मिलेगा।

डॉ। संध्या रानी, प्रिंसिपल, शहीद मंगलपांडे पीजी कॉलेज

ये अच्छा फैसला है, कॉलेजों को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति ईमानदार रहना चाहिए। कुछ कॉलेज है जो इसके प्रति ईमानदारी नहीं है। अब वो लापरवाही नहीं कर सकेंगे।

डॉ। संगीता गुप्ता, प्रिंसिपल, मेरठ कॉलेज

यूजीसी के निर्देशों का पालन किया जाएगा। सभी कॉलेजों को इसके बारे में सूचित किया गया है। कॉलेज भी अपने स्तर पर इस प्रक्रिया के लिए तैयारियों में जुट गए है।

प्रो। वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू

Posted By: Inextlive