मेरठ में आईजी रेंज मेरठ ने पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग कराने के लिए दिए निर्देश

नियम के बावजूद पुलिसकर्मियों को नहीं मिल रहा साप्ताहिक अवकाश, तनाव में उठा रहे गलत कदम

Meerut। प्रदेश में पुलिसकर्मियों द्वारा सुसाइड की बढ़ रहीं घटनाओं को देखते हुए गत दिनों डीजीपी ने अहम फैसला लिया था। जिसके तहत तनाव, गंभीर समस्या और बीमारी के साथ ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को तत्काल छुट्टी देने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही प्रदेश के हर जिले के पुलिस अधिकारियों को हर माह समाधान दिवस के तहत पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग के निर्देश भी दिए गए थे। मगर काउंसलिंग प्रोसेस मेरठ में किन्ही रीजन से शुरू नहीं हो सका जबकि मेरठ रेंज में बागपत और गाजियाबाद समेत कई अन्य जगहों पर इसे लागू किया जा चुका है। हालांकि अब आई रेंज मेरठ आलोक सिंह के निर्देश पर जल्द ही मेरठ में पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग को शुरू किया जाएगा। जिसमें खुद एसएसपी और एसपी सिटी पुलिसकर्मियों की समस्या सुनेंगे और उनका निदान करेंगे।

क्यों है काउंसलिंग की जरूरत

दरअसल, पुलिस कार्यालयों को छोड़कर प्रत्येक पुलिसकर्मी को 12 घंटे ड्यूटी करनी पड़ती है। परिवार से दूर रहने के साथ ही जल्दी छुट्टी भी नहीं मिलती है। छुट्टी मांगने पर फजीहत और जलालत अलग झेलनी पड़ती है, जिससे पुलिसकर्मी तनाव में आ जाते हैं। डॉ। विकास सैनी के मुताबिक तनाव के कारण शरीर पर बीमारियां हावी हो जाती हैं। जिससे परेशान व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है। इसी के चलते प्रदेश के डीजीपी ने हर सूबे के पुलिस कप्तानों को समाधान दिवस के तहत पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग का आदेश दिया था।

गुड एंट्री के लिए चक्कर

पुलिसकर्मियों की कई ऐसी समस्या है, जिनको लेकर उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार चक्कर लगाने के बावजूद भी उनकी समस्या हल नहीं हो पाती है। जिसके चलते पुलिस कर्मी तनाव में डयूटी करने के लिए मजबूर होते है। कुछ पुलिसकर्मियों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि छुट्टियों को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी के साथ-साथ जो सर्विस बुक पर बेड एंट्री हो जाती है, जिस पर अच्छा काम करने के बाद गुड एंट्री दर्ज होनी चाहिए, उसको लेकर चक्कर काटने पड़ते हैं। साप्ताहिक अवकाश की समस्या भी हल नहीं हो पा रही है। सरकारी क्वार्टर के लिए परेशान होना पड़ता है।

पुलिसकर्मियों की समस्या के लिए हर महीने समाधान दिवस के तहत पुलिस लाइन में काउंसलिंग करने की व्यवस्था बनाई गई है। जिसमें पुलिसकर्मियों की समस्या सुनी जाएगी और जल्द से जल्द से उसका समाधान किया जाएगा।

आलोक सिंह, आईजी मेरठ रेंज

ये हो चुकी हैं घटनाएं

मेरठ में जीआईसी में एक सिपाही ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। तनाव का शिकार सिपाही ने यह किया था।

कंकरखेड़ा के रहने वाले एक पुलिसकर्मी ने सहारनपुर में तनाव में आकर दे दी थी जान।

मेरठ में पुलिस लाइन में एक सिपाही ने फांसी लगाकर जान दे दी थी।

बुलंदशहर में एक पुलिसकर्मी ने सरकारी रायफल से कर ली थी आत्महत्या।

Posted By: Inextlive