RANCHI: मानसून पूरी तरह से आ चुका है। शहर में बारिश भी ठीक हो रही है। कुछ घंटे की बारिश में ही कई इलाकों में वाटर लॉगिंग होने लगा है। लेकिन राजधानी में अब वाटर लॉगिंग की समस्या नहीं होगी। इससे निपटने को लेकर रांची नगर निगम ने प्लान तैयार कर लिया है, जिससे कि कई इलाके ज्यादा देर तक पानी में डूबे नहीं रहेंगे। वहीं इलाकों में ज्यादा देर तक पानी जमे रहने की शिकायत मिली तो ड्यूटी में तैनात सुपरवाइजर भी नपेंगे। इतना ही नहीं, उनपर एक्शन भी लिया जाएगा। इसलिए हर हाल में वाटर लॉगिंग पर उन्हें नजर बनाए रखनी होगी।

12 गाडि़यां रिजर्व में

पूरी राजधानी को रांची नगर निगम ने चार जोन में बांटा है, जिसके तहत हर जोन के लिए तीन-तीन गाडि़यां उपलब्ध कराई जाएंगी। ये गाडि़यां 24 घंटे तैनात रहेंगी। वहीं सूचना मिलते ही संबंधित एरिया में मूव करेंगी। इसके बाद वाटर लागिंग वाले इलाके से पानी हटाने का काम भी उनका होगा। इसके लिए हर गाड़ी में दो लेबर भी मौजूद होंगे, जिससे कि काम में तेजी लाई जा सके।

डिसेल्टिंग व सक्शन मशीन समाधान

अगर किसी इलाके में बारिश के बाद ज्यादा देर तक पानी जमा रहता है और वहां निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है तो मशीनों से पानी निकाला जाएगा। इसके लिए निगम की डिसेल्टिंग मशीन और मोटर पंप माउंटेड गाडि़यां हैं, जिसकी मदद से तत्काल पानी निकालकर व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी। इसके अलावा एक मशीन और है, जिससे पानी खींचकर दूसरी जगह ले जाकर बहाया जा सकेगा।

सेकेंड हाफ में भी उठेगा कचरा

मानसून को देखते हुए शहर की सफाई व्यवस्था को भी दुरुस्त करने को कहा गया है। इसके लिए हेल्थ डिपार्टमेंट को अब सेकेंड हाफ में भी कुछ गाडि़यां कचरा उठाव के लिए भेजने को कहा गया है, जिससे कि सिटी में अगर कहीं कचरा फ‌र्स्ट हाफ में छूट जाए तो वह अगले दिन तक नहीं दिखे। इससे शहर की सफाई और बेहतर होगी।

मानसून में सफाई और वाटर लॉगिंग की समस्या होती है। इसलिए पूरा फोकस इन दोनों पर ही है। मच्छरों से निपटने का प्लान भी है और उस पर निगम काम कर रहा है। इस बार कोरोना के कारण लोगों का सपोर्ट जरूरी है जो अपने घरों में मच्छरों को पनपने से रोक सकते हैं। चूंकि हमारी टीम हर घर को कवर नहीं कर सकती।

-आशा लकड़ा, मेयर, रांची

Posted By: Inextlive