फर्जी आईडी की पहचान के लिए रेलवे ने लांच किया प्रबल एप

इस व्यवस्था से तत्काल टिकट की उपलब्धता 70 से 80 प्रतिशत बढ़ जाएगी

Meerut। होली समेत अन्य त्योहारों पर यात्रियों को रेल में सीटों की कमी से न जूझना पडे़ और टिकट विंडों पर दलाल राज को खत्म करने के लिए रेलवे लगातार अपने नियमों को सख्त करता जा रहा है। रेलवे का सबसे अधिक जोर यात्रियों को तत्काल टिकट शत-प्रतिशत उपलब्ध कराने पर है। इसके लिए रेलवे ने एक बार फिर एजेंटों पर लगाम कसते हुए कई नियमों को सख्त कर दिया है। साथ ही प्रबल एप को लांच किया है, जो फर्जी आईडी की पहचान कर उसे तुरंत पकड़ सकेगा। इसके बाद यात्रियों के लिए तत्काल टिकट की उपलब्धता 70 से 80 प्रतिशत बढ़ जाएगी।

फैक्ट्स

अवैध ई-टिकटिंग पर लगाम के लिए प्रबल एप्लिकेशन लॉन्च किया गया है, जो किसी भी फर्जी आईडी की पहचान कर लेगा।

टिकट बुकिंग के दौरान एक सिक्योरिटी क्वेश्चन पूछा जाएगा, यह सवाल रैंडम होगा और इसका तुरंत इसका जवाब देना होगा। सवाल यात्री की पर्सनल डिटेल से जुड़ा हुूआ होगा।

टिकट बुकिंग एजेंट एक दिन में एक ट्रेन के लिए सिर्फ एक तत्काल टिकट ही निकाल पाएग।

सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच एक यूजर सिर्फ दो तत्काल टिकट की ही बुकिंग कर सकता है।

कोई भी व्यक्ति आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर एक ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर के जरिए एक ही अकाउंट बना सकता है।

कोई भी यूजर महीने में सिर्फ 6 रेल टिकट ही बुक कर सकता है। हालांकि अपनी आईडी को आधार से लिंक करने पर महीने में 12 टिकट बुक कराए जा सकते हैं।

एक बार लॉग इन करने पर सिर्फ एक ही टिकट की बुकिंग की जा सकती है।

रजिस्ट्रेशन, लॉग इन और बुकिंग पेज पर कैप्चा कोड डालना होगा। तीन जगहों पर कैप्चा कोड की व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि किसी भी तरह के ऑटोमेटिक सॉफ्टवेयर के जरिए टिकट बुक न हो सके।

एडवांस रिजर्वेशन बुकिंग और तत्काल बुकिंग शुरू होने के पहले 15 मिनट में आईआरसीटीसी के आधिकारिक एजेंट टिकट बुक नहीं कर सकते।

मुख्यालय स्तर से तत्काल टिकट की बुकिंग की व्यवस्था को सख्त किया जा रहा है। इससे यात्रियों को लाभ मिलेगा और एजेंट प्रथा पर रोक लगेगी।

आरपी शर्मा, स्टेशन अधीक्षक

Posted By: Inextlive