यूनिवर्सिटी का निर्देश, करे पेरेंट्स से भी जान-पहचान

पेरेंट्स को पता लगे कैसे पढ़ रहे है स्टूडेंट्स

मेरठ। अभी तक इंटर लेवल पर ही पेरेंट्स टीचर मीटिंग हुआ करती थी। अब कॉलेजों में भी पेरेंट्स टीचर मीटिंग शुरु होने जा रही है। यूनिवर्सिटी ने इसके लिए सभी कॉलेजों को हिदायत दी है। स्टूडेंट्स के प्रति पेरेंट्स को जागरुक रखने के उद्देश्य से रजिस्ट्रार ने सभी कॉलेजों को पहली बार पेरेंट्स टीचर मीटिंग करने के निर्देश दिए है। उन्होनें कहाकि कॉलेज अपने यहां पर समय समय पर पेरेंट्स टीचर मीटिंग कराकर पेरेंट्स को स्टूडेंट्स के प्रति जागरुक रख सकते है, जिससे यकीनन शिक्षण गुणवत्ता का सुधार होगा।

पहली बार दिए निर्देश

जानकारी में डाल दें कि ऐसा यूनिवर्सिटी में पहली बार हो रहा है, जब कॉलेजों में भी पेरेंट्स टीचर मीटिंग होगी। रजिस्ट्रार के अनुसार अगर कॉलेज भी समय समय पर पेरेंट्स को जागरुक रखे तो यकीनन स्टूडेंट्स को भटकने से बचाया जा सकता है। इससे काफी हद तक स्टूडेंट्स सही रास्ते पर चलेंगे, लड़ाई झगड़े व घटनाओं आदि पर भी इससे काफी हद तक काबू पाया जाएगा।

पेरेंट्स को रहेगी नॉलेज

कॉलेजों में अगर पेरेंट्स आएंगे तो उनको ये पता रहेगा कि उनके बच्चे आखिरकार रोज कॉलेज ही आते है या फिर एबसेंट रहते है। वहीं टीचर्स से मिलकर उनको पता लगेगा कि कैसे उनको अपने बच्चे का दोस्त बनकर रहना है जिससे वो गलत रास्ते पर जाने से बचे। कॉलेजों में ये मीटिंग इसी साल में शुरु करने की हिदायत दी है, आने वाले दो माह में कॉलेजों को कम से कम एक मीटिंग तो करनी ही होगी।

डीएन कॉलेज से शुरुआत

डीएन कॉलेज में बीएससी मैथ्स व बायो ग्रुप व बीकॉम में भी पेरेंट्स मीटिंग होगी। प्रिंसिपल डॉ। बीएस यादव ने बताया कि कॉलेज में पांच अगस्त को सुबह 10:30 से 11:30 बजे तक बीकॉम फ‌र्स्ट इयर, बीकॉम सेकेंड इयर की पांच अगस्त को 12:30 बजे से 1:30 बजे तक व थर्ड इयर की दोपहर 2:30 बजे से 3:30 बजे तक होगी। वहीं छह अगस्त को बीएससी फ‌र्स्ट इयर, सेकेंड इयर व थर्ड इयर की इसी शेड्यूल के हिसाब से मीटिंग होगी।

अच्छी बात है, इससे पेरेंट्स को भी कॉलेज में पता लगेगा कि कॉलेज कैसा है, शिक्षा में नया क्या चल रहा है।

पायल

मेरे कॉलेज में मीटिंग है पहली बार, अच्छा लग रहा है कि मेरे पेरेंट्स भी मेरे कॉलेज में आएंगे।

महक

मीटिंग हो रही है अच्छी बात है, इसमें डर की कोई बात नही है। अगर गलती होगी तो उसका पता लगेगा सुधार होगा।

पलक

क्या कहते है कॉलेज

ये बहुत ही अच्छी बात है, हम भी कोशिश करते हैं स्टूडेंट के पेरेंट्स की तरह उसकी हर गलती पर उसको प्यार से समझाएं व सुधार कराए, अब मीटिंग होगी तो बेहतर रहेगा।

डॉ। किरण प्रदीप, प्रिंसिपल, कनोहरलाल ग‌र्ल्स पीजी कॉलेज

यूनिवर्सिटी की ये सही हिदायत है, पेरेंट्स व टीचर का टच रहना बहुत जरुरी है। इससे पेरेंट्स को भी पता रहेगा कि उनका बच्चा क्या करता है कहां रहता है।

डॉ। संध्या रानी, प्रिंसिपल, शहीद मंगल पांडे

Posted By: Inextlive