- मंच मिला तो, पब्लिक ने दिल खोलकर रखे स्थानीय मुद्दे

- सिटी में दिखने लगा आई नेक्स्ट की कैंपेन का असर

- लोगों की नजर में बिजली, पानी, सड़क आदि हैं मेन मुद्दे

- पब्लिक की उम्मीद पर खरा उतरने वालों का होगा चुनाव

Meerut : इलेक्शन की डेट अभी तय नहीं हुई है। लेकिन सियासी पार्टियों के साथ पब्लिक में भी इलेक्शन को लेकर जोश बढ़ रहा है। पार्टियां अपना चुनावी एजेंडा भी पब्लिक के सामने रखकर वोटर को मनाने में जुटी हैं, लेकिन पब्लिक इस बार चुनाव में दो-दो हाथ करने के मूड में है। पब्लिक भी इस बार अपने मुद्दों को लेकर इलेक्शन में उतरने का मन बना चुकी है। पब्लिक की आवाज को परवाज देने के लिए आई नेक्स्ट ने भी हैं तैयार हम कैंपेन शुरू की है। सिटी में जारी कैंपेन का असर भी दिखने लगा है। वोटर्स कैंपेन से जुड़कर अपने मुद्दों को सामने रख रहे हैं।

ये हैं हमारा एजेंडा

पब्लिक इस बार खुद अपना इलेक्शन एजेंडा तय कर रही है। आई नेक्स्ट की ओर से सिटी में शुरू की गई कैंपेन 'हैं तैयार हम' में पब्लिक की चुनावी तैयारी साफ दिख रही है। पब्लिक इस बार अपने मुद्दों पर चुनाव लड़ना और लड़ाना चाहती है। वोटर्स के लिए इस बार स्थानीय समस्याएं भी बडे़ मुद्दे हैं। बात पॉवर कट की हो या टूटी रोड की, पेय जलापूर्ति की हो या मूलभूत सुविधाओं की, तमाम समस्याएं पब्लिक के लिए इस बार मुद्दे हैं।

क्या किया, आगे क्या करेंगे

इलेक्शन के लिए तैयार वोटर्स का इस बार कैंड़ीडेट से सीधा संवाद होगा। जी हां, पब्लिक का चुनावी मूड देखकर तो इस बार ऐसा ही लग रहा है। इलेक्शन कैंपेन से जुडे़ वोटर्स ने बताया कि हर बार कैंड़ीडेट अपने मुद्दों को सामने रखकर चुनाव लड़ने और वोट देने का आह्वान करता है, लेकिन इस बार कैंडीडेट से सवाल होगा कि उसने पहले क्या किया है और अपने वाले समय में स्थानीय पब्लिक की समस्या का उसके पास क्या समाधान है। कैंड़ीडेट को वोटर्स का विश्वास जीतने के लिए सवालों के जबाव देने ही होंगे।

पब्लिक बोली

वोटर्स इस बार कैंडीडेट की बातों में आना वाला नहीं है। पब्लिक इस बार खुद मुद्दे तय करेंगी और कैंडीडेट के सामने रखकर अपनी बात कहेगी।

-मो। सरताज

पब्लिक को राष्ट्रीय मुद्दों से अधिक अपनी स्थानीय समस्याओं के समाधान की चिंता है। चुनाव में उतरने वाले प्रत्याशी को भी इस बार पब्लिक के मूड के हिसाब से चलना होगा।

-बाल किशन

वोटर्स के लिए अपने मोहल्ले, कालोनी और सिटी की समस्याएं अधिक मायने रखती है। स्थानीय नेताओं को भी चुनाव में उतरते समय इसका ध्यान रखना चाहिए।

-मो। बिलाल

नेता अपने भाषण और एजेंडे में बड़ी बड़ी घोषणा और बात करते हैं। लेकिन पब्लिक स्थानीय मुद्दों का समाधान चाहती है। इस बार मुद्दों को लेकर नेताओं से पब्लिक का सामना जरूर होगा।

-अमित शर्मा

सिटी के आसपास बसे एरिया में विकास जीरो हैं। कैंडीडेट चुनाव के दौरान ही इस एरिया में आते हैं, लेकिन इस बार नेताओं को पब्लिक की उम्मीदों को समझना होगा।

-मो। युसूफ

लोग मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने से पहले ही काफी परेशान है। हर बार सिर्फ घोषणाओं के आधार पर चुनाव हो जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।

-रवि कुमार

बिजली, पानी और सड़क की पब्लिक की जरूरत है। लेकिन इलेक्शन में वायदों से आगे बात नहीं बढ़ती, अब नेताओं को अपना मिजाज बदलना होगा।

-सचिन सिंह

हर बार चुनाव के दौरान नेता आते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और चले जाते हैं। पब्लिक की समस्या जस की तस रहती है। अब वोटर्स को समाधान चाहिए।

-मो। आरिफ खान

आज यहां होंगे हम

हापुड़ अड्डा, गढ़ रोड, कैलाशपुरी, गांधीनगर, राजेंद्र नगर, कल्याण नगर, फूलबाग कालोनी, पंचशील कालोनी

Posted By: Inextlive