पलट गई बाजी
Flash back
अशोक शहर के करेली के भावापुर एरिया में रहता है। वह अरुणांचल प्रदेश में इंजीनियर था। वहां पर उसकी वाइफ शुभ्रा और बेटियां नैंसी व नेहा साथ रहती थी। पत्नी खुद भी टीचर हैं और बड़ी बेटी भी जॉब में लग चुकी है। परिवार आलमोस्ट सैटिल्ड हो जाने के बाद अशोक का जॉब में मन नहीं लगा और उसने वीआरएस लेने के लिए आवेदन कर दिया। संयोग से इसे एक्सेप्ट कर लिया गया। इसके बाद वह शहर में आकर शिफ्ट हो गया। घर का काम काज देखने के लिए उसने जेविका रीता को रखा हुआ था। रीता का अपने पति से कुछ विवाद चल रहा था। शुभ्रा को इस बारे में पता चला तो उसने मान लिया कि उसका हक छीनने वाली कोई दूसरी उसके पति की जिंदगी में आ चुकी है। इस शक में आग बबूला हो वह बेटियों के साथ 12 अप्रैल 2013 को शहर पहुंची। महिला संगठन की मेम्बर्स से सम्पर्क साधा और पूरी बात बताते हुए मदद मांगी। इसके बाद महिला संगठन की मेम्बर्स के साथ मिलकर वह अपने पति के घर पहुंची। घर के भीतर गई अशोक की पत्नी ने दूसरी महिला की मौजूदगी पर एतराज जताया तो शुरू हो गया विवाद। संख्या ज्यादा होने के कारण पत्नी और उसके साथी भारी पड़ गए। उन्होंने अशोक और उसके साथ घर में मौजूद महिला को जमकर पीटा और अशोक के चेहरे पर कालिख तक पोत दी। सार्वजनिक तौर पर उसे पीटते हुए पब्लिक करेली थाना तक ले गई। यह ड्रामा कई घंटे तक चला.
लिया बेइज्जती का बदलाउस समय हंगामा करने वालों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। लेकिन, दूसरा पक्ष मजबूत था। शादी के बाद दूसरी औरत को साथ में रहने की बात पर पुलिस ने ज्यादा एक्शन नहीं लिया। लेकिन, मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। अशोक अपनी बेइज्जती का बदला लेना चाहता था। उसने पुलिस ऑफिसर से कार्रवाई करने की गुहार लगाई। इस बार पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 323, 504, 406, 427, 352 और 452 के तहत रिपेार्ट दर्ज किया है। अशोक ने आरोप लगाया है कि उसके तथा जेविका रीता के साथ मारपीट की गई है। घर में रखा उसका सामान तोड़ दिया गया और कीमती ज्वैलरी व कागजात हमला करने वाले उठा ले गए. ये बने हैं आरोपीशुभ्रा-वाइफ नैंसी-बेटीनेहा-बेटीमंजू पाठक- समाजसेविका सरोज पाल- समाजसेविका अनु वेगम- समाजसेविका मोहिनी सिंह- समाजसेविका मोइन फातिमा- समाजसेविका कुसुमलता आर्या- समाजसेविका आदि