- यूजीसी ने इस संबंध में देशभर के संस्थानों को भेजे निर्देश

- 10 नंबरों के क्वेश्चनायर पर स्टूडेंट्स देंगे टीचर्स को मा‌र्क्स

- नंबर कम आने पर टीचर्स से होगा सवाल जवाब

DEHRADUN: यूजीसी की गाइडलाइन के मुताबिक अब स्टूडेंट्स टीचर्स का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेंगे। इसके तहत क्0 नंबरों का खास क्वेश्चनायर तैयार किया गया है, जिसके हिसाब से स्टूडेंट्स अपने टीचर्स को मा‌र्क्स देंगे। इन्हीं नंबरों के आधार पर टीचर्स को इन्क्रीमेंट और प्रमोशन का लाभ मिलेगा।

स्टूडेंट तैयार करेंगे रिपोर्ट कार्ड

अक्सर देखने में आता है कि यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज में स्टूडेंट्स तो पढ़ाई को लेकर सीरियस दिखाई देते हैं, लेकिन यहां के टीचर्स इसे लेकर लापरवाही करते हैं। यूजीसी ने इसे गंभीरता से लेते हुए अब टीचर्स के लिए रिपोर्ट कार्ड तैयार करने का फैसला लिया है। खास बात यह कि यह रिपोर्ट कार्ड खुद स्टूडेंट्स द्वारा तैयार किया जाएगा।

दस नंबर का होगा क्वेश्चनायर

यूजीसी के निर्देशों के मुताबिक संस्थानों द्वारा स्टूडेंट्स को दस नंबरों का क्वेश्चनायर दिया जाएगा, जिसमें टीचर्स का स्टूडेंट्स से कितना इंटरेक्शन हुआ है? टीचर्स द्वारा कितनी क्लासेज और लेक्चर्स लिए गए? टीचर्स का पढ़ाने का तरीका कितना बेहतर है? क्वॉलिटी एजुकेशन दे पाते हैं या नहीं? इन्हीं बिंदुओं पर स्टूडेंट्स, टीचर्स को मा‌र्क्स देंगे। यूजीसी के इस कदम से टीचर्स की जिम्मेदारी तय होने से व्यवस्थाओं में काफी हद तक सुधार की संभावना है। इस योजना से टीचर का पूरा फोकस कोर्स पूरा कराने पर रहेगा, साथ ही गवर्नमेंट कॉलेजेज में अव्यवस्थाएं भी दुरुस्त होंगी।

प्रमोशन सिस्टम में किया बदलाव

यूजीसी ने इसके लिए प्रमोशन सिस्टम में भी बदलाव किया है। आयोग ने टीचर्स के प्रमोशन के लिए एकेडमिक परफॉर्मेस इंडीकेटर्स (एपीआई) में बदलाव करते हुए टीचर्स के प्रमोशन के मामले में स्टूडेंट्स के ओरल स्टेटमेंट के स्थान पर फीडबैक पैटर्न को लागू किया है।

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जैसे स्टूडेंट्स का रिपोर्ट कार्ड तैयार होता है, उसी प्रकार से टीचर्स का रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा। यूजीसी की यह पहल प्रमोशन प्रक्रिया में भी ट्रांसपेरेंसी लाएगी।

----- प्रो। वीके जैन, वाइस चांसलर, दून यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive