-केजीएमयू में चल रहा जांच और इलाज गुपचुप तरीके से बढ़ाने का खेल

-केजीएमयू प्रशासन ने लागू की नई दरें, लेकिन नहीं दी रही जानकारी

-पैथोलॉजी में वसूली नई, लेकिन लिस्ट पुरानी

LUCKNOW: केजीएमयू में 15 मार्च से ही कई विभागों में जांच की दरे गुपचुप तरीके से बढ़ा दी गई। कार्डियोलॉजी, पैथोलॉजी, क्वीन मेरी में नई दरों से वसूली भी शुरू हो गई। लेकिन न तो विभागों में चस्पा लिस्ट को बदला गया और न ही जानकारी दी जा रही है। अब सर्जिकल विभागों में बड़े पैमाने पर सर्जरी की दरें बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। गुपचुप तरीके से पीजीआई से भी महंगा इलाज करने की तैयारी है।

नहीं रहा गरीबों का स्पताल

केजीएमयू अब किफायती दरों पर इलाज उपलब्ध कराने वाला संस्थान नहीं रहा। बेहतर और सस्ता इलाज उपलब्ध कराने का दावा करने वाला केजीएमयू में इलाज और जांच की सुविधाएं एसजीपीजीआई से भी महंगी करने की तैयारी है। भर्ती शुल्क, पंजीकरण शुल्क, जांच शुल्क एवं बेड चार्ज लगाने के बाद कार्डियोलॉजी और पैथोलॉजी में जांच व इलाज 15 अप्रैल को लागू कर दिया गया। लेकिन इसकी लिस्ट न कहीं लगाई गई न ही वेबसाइट पर डाली गई। गुपचुप तरीके से लागू किए जा रहे बढ़े हुए रेट्स की जानकारी अधिकारियों को भी नहीं दी जा रही। जबकि पर्चा काउंटर से वसूली अधिक हो रही है।

अब सर्जिकल विभाग की सर्जरी भी महंगी करने की तैयारी है। सीएमएस आफिस सर्जरी के शुल्क में 25 से 50 परसेंट तक बढ़ोत्तरी करने की तैयारी में है। अधिकारियों का मानना है कि केजीएमयू में इलाज का शुल्क बहुत कम लिया जाता है। साथ ही खर्च बढ़ा है जिसे मरीजों से ही वसूल किया जाएगा। जबकि एसजीपीजीआई में सर्जरी का शुल्क काफी अधिक है। इसलिए अब पीजीआई के लगभग बराबर शुल्क करने के प्रयास हो रहे हैं।

वेबसाइट पर नहीं दी जानकारी

केजीएमयू के सीएमएस आफिस से 14 मार्च को जारी आदेश के अनुसार पैथोलॉजी जांच शुल्क की लिस्ट को वेबसाइट पर तुरंत अपलोड करना था। आईटी सेल प्रभारी को इसके निर्देश भी हैं। लेकिन अब तक अपलोड नहीं किया गया।

कोट--

जिन जिन विभागों के रेट बढ़ाए गए हैं उन्हें लागू कर दिया गया है। कौन शुल्क कितना बढ़ा है यह वीसी से डिस्कस करने के बाद ही दिया जाएगा।

प्रो। एससी तिवारी, सीएमएस, केजीएमयू

Posted By: Inextlive