- सीएम योगी ने पूरे प्रदेश में सामने आ रहे कोरोना के मामलों की समीक्षा के बाद लिया फैसला

- सभी डीएम को जरूरत पड़ने पर कफ्र्यू लगाने का दिया गया अधिकार

- प्रदेश की सभी सीमाएं सील, आवाजाही पर पूरी तरह से लगी रोक

LUCKNOW : कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रदेशवासियों को बचाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सभी जिले 27 मार्च तक लॉकडाउन करने का आदेश दिया हैप्त साथ ही यूपी की पड़ोसी राज्यों से लगने वाली सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। सीएम ने कहा कि यह कदम प्रदेशवासियों के हित में उठाए जा रहे हैं। लॉकडाउन के बावजूद अगर लोगों ने इसका पालन नहीं किया तो डीएम को कफ्र्यू लगाने का भी अधिकार दिया गया है। वहीं, जरूरत पड़ने पर लॉकडाउन की मियाद को भी बढ़ाया जा सकता है। इतना ही नहीं, सभी सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की भीड़ को कम करने के लिए अब तीन शिफ्ट में काम करने का आदेश दिया गया है।

19 जिले पहले से ही लॉकडाउन

उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्त्रमण से बचने के लिए एहितयातन पहले लखनऊ समेत 16 जिलों को 25 मार्च तक लॉकडाउन किया गया था। लेकिन, कोरोना पॉजिटिव केस आने पर अयोध्या, जौनपुर व चंदौली को भी लॉकडाउन करने का आदेश जारी किया गया था। हालांकि जनता कफ्र्यू को सफल बनाने वाले लोग लॉकडाउन का पालन करने में लापरवाही बरतते दिखाई दिये। लिहाजा, सीएम योगी ने इसका सख्ती से पालन कराये जाने के निर्देश दिये थे। जिसका नतीजा यह हुआ कि लॉकडाउन वाले प्रदेश के 16 जिलों में सोमवार देर शाम तक लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 350 एफआईआर दर्ज की गयीं। वहीं, लॉकडाउन के दौरान वाहन लेकर निकले लोगों से 22 लाख 85 हजार 651 रुपए का जुर्माना वसूला गया। कुल 10754 वाहनों के चालान हुए और 645 वाहनों को सीज कर दिया गया था।

प्रदेश में अब तक 34 कोरोना पॉजिटिव

सरकार व प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी प्रदेश में अब तक 34 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये हैं। इनमें लखनऊ में 8, नोएडा में 8, आगरा में 8, गाजियाबाद में 3, लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, कानपुर, शामली और जौनपुर में एक-एक मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हांलांकि संतोष की बात यह है कि आगरा में सात, गाजियाबाद में दो, नोएडा व लखनऊ में एक-एक मरीज स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज होकर वापस घर भेजे जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, प्रदेश में अब तक 447 लोगों में कोरोना के लक्षण मिले हैं। जिनका सैंपल लिया गया है। वहीं, कोरोना प्रभावित 12 देशों से अब तक प्रदेश में 8398 लोग वापस आये हैं।

बॉक्स बॉक्स

तीन शिफ्ट में काम करेंगे सरकारी कर्मचारी

सरकारी दफ्तरों में भीड़ बढ़ने से रोकने के लिये अब दफ्तरों में तीन शिफ्ट में काम कराने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही सरकारी कर्मचारियों की संख्या को भी आधा कर दिया गया है। एक समय में दो से ज्यादा लोग एक जगह पर नहीं खड़े हो सकेंगे, सभी औद्योगिक-व्यापारिक व निजी संस्थानों के साथ स्कूल-कॉलेज के कर्मचारियों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। सीएम ने कहा कि ऐसे कर्मचारियों का वेतन नहीं कटेगा।

बॉक्स बॉक्स

लॉक डाउन उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश वासियों से लॉकडाउन को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये किया गया है। अगर इसका कोई भी उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा, फरवरी से कोरोना को लेकर तैयारी चल रही थी। जिसका अभी तक सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है। लगातार महामारी रोकने की कोशिश में सभी विभाग जुटे हुए हैं। अभी तक बाहर से करीब 1 लाख लोग आये जो हमारे के लिए चिंता का विषय है। दोनों अधिकारियों ने प्रदेशवासियों से अपील की कि आगामी 15 अप्रैल तक मॉर्निग वॉक से परहेज करें। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि सीएम ने आदेश दिया है कि डायल 112 को और भी इफेक्टिव बनाया जाये। पान मसाला-गुटखा थूकने की वजह से संक्रमण रोकने के लिये इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है, जो भी इनका सेवन करते हैं वे सावधान रहें, कार्रवाई की जायेगी।

बॉक्स

चार कमेटियों का गठन

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि कोरोना संकट से निपटने के लिये सीएम योगी आदित्यनाथ ने दवा विक्रेताओं के साथ व्यापार संगठनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और दवा व अन्य जरूरी सामान की कमी न पड़ने देने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि सीएम ने चार कमेटियों का गठन किया है। पहली कमेटी चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में होगी, वे सभी विभागों का समन्वय करेंगे और सुबह-शाम मॉनीटरिंग करेंगे। दूसरी कमेटी कृषि उत्पादन के नेतृत्व में होगी, यह कमेटी कृषि से लेकर आवश्यक वस्तुओं को मॉनीटर करेगी। नवरात्र के मामलों को भी यही कमेटी देखेगी। तीसरी कमेटी आईडीसी के नेतृत्व में होगीए जो मजदूरों, श्रमिकों का मामला देखेंगे। चौथी कमेटी का नेतृत्व अपर मुख्य सचिव करेंगे। यह कमेटी लॉकडाउन, क‌र्फ्यू की व्यवस्था आदि समन्वय देखेगी। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी पर रासुका लगाया जाएगा।

बॉक्स

इन निर्देशों का करना होगा पालन

- जब तक कोई इमरजेंसी न हो, बिना वजह घरों से बाहर न निकलें।

- एसेंशियल सर्विसेज के कर्मियों व सरकारी कर्मचारियों को पास दिया जायेगा।

- लोग एक बार दफ्तर पहुंचने के बाद ड्यूटी खत्म होने पर ही बाहर निकल सकेंगे।

- एक बाइक पर एक शख्स और कार में अगली सीट पर केवल दो शख्स ही मान्य होंगे।

- मेडिकल इमरजेंसी पर पुलिस को मरीज के कागजात दिखाने होंगे।

- सभी सरकारी कर्मचारियों को आईडी व ड्यूटी पास दिखाना होगा।

Posted By: Inextlive