-क्लर्क का आरोप मंत्री बोले तुम्हारी जाति का अस्तित्व मिटा दूंगा

BAREILLY: विधायक के बाद अब प्रदेश के मंत्री पर धमकाने के आरोप लगाए हैं। आंवला नगर पालिका के हेड क्लर्क रजनीश तिवारी ने सिंचाई मंत्री धर्मपाल पर आरोप लगाया कि मंत्री उसकी नौकरी छीनना चाह रहे हैं और उसकी बिरादरी का ही अस्तित्व मिटाने की धमकी दी है। 7 दिन बाद लिपिक आंवला कोतवाली में मंत्री के खिलाफ तहरीर लेकर पहुंच गया। मंत्री का नाम देखते ही पुलिस में हड़कंप मच गया और तहरीर लेने से इनकार कर दिया। हालांकि बाद में पुलिस ने तहरीर ले ली और अब जांच की बात कह रही है। क्लर्क ने अब आंवला से पलायन करने की बात कही है। उसे आशंका है कि मंत्री उसका कत्ल भी करा सकते हैं। इस मामले में मंत्री ने हेड क्लर्क पर कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत सही व्यवहार न करने और मानसिक संतुलन खो देने की बात कही है।

1 जुलाई को हुई थ्ाी मारपीट

आंवला नगर पालिका के हेड क्लर्क रजनीश तिवारी का बेटा पालिका में ठेके पर ड्राइवर का काम करता है। 1 जुलाई को वह पालिका से हाईड्रोलिक क्रेन निकाल रहा था। यहां पर बीजेपी नेता नत्थू सिंह लोधी का ड्राइवर कार लेकर गेट पर खड़ा था। रजनीश के बेटे ने कार हटाने को कहा तो इसी बात को लेकर उनमें झगड़ा हो गया। आरोप है कि नत्थू सिंह लोधी के ड्राइवर पर क्लर्क के बेटे ने डंडे से हमला बोल दिया था, जिसमें ड्राइवर का हाथ टूट गया था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया था। बाद में उसने जमानत करा ली थी।

नौकरी छीनना चाहते हैं मंत्री

रजनीश तिवारी का कहना है सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह विद्या मंदिर के एक कार्यक्रम में आए थे। यहां पर वह मंत्री से माफी मांगने गया था। मंत्री ने उसे अकेले में बुलाया और धमकाया कि उसने एक जाति विशेष से पंगा लेकर ठीक नहीं किया है, वह उसकी जाति का अस्तित्व मिटा देंगे। जिसके बाद मंत्री ने उसका अटैचमेंट शहर में निर्वाचन कार्यालय में करा दिया। रजनीश का कहना है कि मंत्री उसके पीछे पड़ गए हैं और उसकी नौकरी छीनना चाहते हैं, जिसकी वजह से वह डर गया है।

शहर में कर दिया गया अटैच

रजनीश तिवारी की मानें तो मामला 1 जनवरी का है लेकिन वह 13 दिन बाद मामले की शिकायत लेकर कोतवाली पहुंचे हैं। अब इसके पीछे की वजह रजनीश तिवारी का अटैचमेंट बताया जा रहा है। रजनीश तिवारी को आंवला तहसील से जिला निर्वाचन कार्यालय पंचायत एवं नगरीय निकाय में अटैच कर दिया गया है। डीएम के आदेश पर उसे अटैच किया गया है। आदेश में लिखा है कि सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी की 5 जुलाई की रिपोर्ट के मुताबिक ऑफिस में अधिक कार्य की वजह से तुरंत एक कर्मचारी की आवश्यकता है।

आंवला नगर पालिका के बड़े बाबू का कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत व्यवहार सही नहीं है। वह मानसिक संतुलन खो चुके हैं। प्रशासन को मामले में संज्ञान लेकर बड़े बाबू के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

धर्मपाल सिंह, सिंचाई मंत्री

यह मामला अभी मेरे संज्ञान में नही है। यदि ऐसा हुआ है, तो यह कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत गलत किया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

राजेश कुमार सक्सेना, ईओ आंवला

मंत्री के खिलाफ पालिका कर्मचारी की इस प्रकार से दी गई तहरीर गलत कृत्य है। इस बारे में हम देखेंगे कि कर्मचारी के खिलाफ क्या कार्रवाई हो सकती है।

संजीव सक्सेना, चेयरमैन आंवला

मंत्री के खिलाफ तहरीर थाने में दी गई है। एसपी रूरल से मामले की जांच कराई जाएगी। जल्द जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

मुनिराज जी, एसएसपी

Posted By: Inextlive