GORAKHPUR: सिटी में कोरोना की जांच के लिए जहां अभी तक दो प्राइवेट पैथोलॉजी को अप्रूवल मिला था। वहीं अब तीसरे पैथोलॉजी सेंटर को भी इसकी मंजूरी मिल गई है। इन पैथोलॉजी में प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर ही मरीजों के सैंपल भेजेंगे। जांच के लिए लैब संचालक ब्भ्00 रुपए वसूलेंगे। सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने बताया कि सिटी में अब तक सिर्फ बीआरडी मेडिकल कॉलेज और आरएमआरसी द्वारा संयुक्त रूप से संचालित लैब में ही कोरोना के जांच की सुविधा है। इस लैब की क्षमता करीब ख्ख्0 सैंपल रोजाना जांच करने की है। यहां आठ जिलों से संदिग्ध मरीजों के सैंपल पहुंच रहे हैं। ऐसे में लैब की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया है। इसके लिए सिविल लाइंस स्थित डॉ। लाल पैथ लैब और बेतियाहाता स्थित पैथकाइंड को जांच की मंजूरी दी गई थी। इन दोनों पैथोलॉजी सेंटर से जांच भी शुरू हो गई है। लेकिन तीसरे एसएलआर पैथोलॉजी को भी अप्रूवल दिया गया है। इन सभी पैथोलॉजी में उन्हीं कोरोना संदिग्ध के सैंपल की लैब टेस्टिंग हो रही है जिन नर्सिग होम को इमरजेंसी में इलाज के लिए छूट दी गई है और संदिग्ध मिलने पर ही डॉक्टर्स द्वारा इनके सैंपल भेजे जाते हैं। रिपोर्ट आने तक मरीज को डिस्चार्ज नहीं किया जा सकता है। रिपोर्ट चूंकि सैंपल लेने के अधिकतम ब्8 घंटे के बाद ही आएगी, ऐसे में तब तक मरीज एडमिट रहेगा। मरीज के एडमिट होने पर ही कोरोना जांच होगी। सीएमओ ने बताया जिले में अब म्0 प्राइवेट अस्पतालों को इमरजेंसी में मरीजों का इलाज करने की मंजूरी दी गई है। इन अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड भी तैयार है।

Posted By: Inextlive