प्रवासी भारतीय सम्मेलन : एनआरआई के साथ पीएम साध गए सिख-ईसाई
-15वें प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने 75 देशों के प्रवासियों के सामने रखा काशी से केंद्र तक की उपलब्धियां
-कांग्रेस से किया आगाह तो घर-घर में पहुंचने का तैयार किया रोडमैपvaranasi@inext.co.in
VARANASI : बेशक, यह अंदाज पीएम मोदी का चुनावी रैलियों वाला ही रहा। 75 देशों से जुटे करीब छह हजार भारतीय प्रवासियों के सम्मान में पीएम ने मंच से उनकी गरिमा बढ़ाई तो वहीं वह दूसरी ओर चुनावी माहौल को भी हवा देने में कामयाब रहे। पीएम के बड़ा लालपुर स्टेडियम के अटल सभागार में पहुंचने से पहले से ही बज रही गांधीजी की रामधुन वैष्णवजन तेने कहिए, पीर पराई जाने ना.को उन्होंने अंतिम क्षण में हिंदू, ईसाई प्रवासियों से इसे रोजाना सुनने और आत्मसात करने पर जोर दिया। गांधीजी की मनाई जाने वाली 150वीं पुण्यतिथि को इस साल भव्यता का रूप देने और सिखों के प्रणेता गुरुनानक जयंती पर गुरुवाणी को अनेक देशों में पहुंचाने की भी अपील करते हुए सिखों को साधा। आस्था का समुंदर माने जाने वाले कुंभ का भी पीएम ने अपनी भाषण में जिक्र कर हजारों प्रवासियों को अपना मुरीद बना लिया। भाषण के दौरान पीएम ने प्रवासियों को यह आभास कराया कि अर्धकुंभ में दस करोड़ श्रद्धालुओं का जहां जमावड़ा होगा, ऐसे में इधर काशी में प्रवासी सम्मेलन की तैयारियों को इतना भव्य बनाना आसान नहीं था। मगर, उत्तर प्रदेश के मुलाजिमों और हमारे काशीवासियों ने यह बड़ा कारनामा कर दिखाया। पसीना बहाया, दिन-रात खूब मेहनत की और शाबासी से मेरी पीठ ठोंकी गई। यह बताने से भी नहीं चूके कि इधर काशी में जहां तीन दिन दिन मां गंगा व बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होगा तो वहीं 26 जनवरी को नई दिल्ली के लालकिला से गणतंत्र दिवस के वे साक्षी भी बनेंगे।
हाल के तीन स्टेट एमपी, छत्तीसगढ़ व राजस्थान में कांग्रेस की बनी सरकार पर पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पूर्व प्रधानमंत्री पर खूब तंज भी कसा। कांग्रेस को निशाने पर रखते हुए प्रवासियों के बीच पीएम मोदी ने यह क्लीयर किया कि कांग्रेस करप्शन वाली पार्टी है। पीएम ने कहा कि जिनके जमाने में 85 परसेंट करप्शन चाहते हुए भी नहीं रुका हमने साढ़े चार सालों में टेक्नोलॉजी का यूज करके 85 परसेंट की लूट को 100 परसेंट खत्म कर दिया है। साढ़े चार वर्षो में 5 लाख 78 हजार करोड़ रुपए यानि करीब 80 बिलियन डॉलर हमारी सरकार ने अलग-अलग योजनाओं के तहत सीधे लोगों को दिए हैं, उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किए हैं।