-डीडीयूजीयू एनएसएस डिपार्टमेंट की तरफ से नहीं जारी किया जा रहा अपने वालेंटियर्स का सर्टिफिकेट

-सर्टिफिकेट नहीं जारी किए जाने से वालेंटियर्स को पीजी में दाखिले में वेटेज का नहीं मिल रहा लाभ

GORAKHPUR: राष्ट्रीय स्तर पर गोरखपुर विश्वविद्यालय का सम्मान बढ़ाने वाले स्टूडेंटस आज अदद एक सर्टिफिकेट के लिए भटक रहे हैं। हद तो और गई कि अब गोरखपुर यूनिवर्सिटी प्रशासन ही प्रदीप और लालजी मौर्या को एनएसएस वॉलेंटियर्स मानने से इनकार कर दिया है। साथ ही कोई सर्टिफिकेट ईशू करने से मना कर दिया है। इन दोनों वालेंटियर्स ने न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर गोरखपुर यूनिवर्सिटी का मान सम्मान बढ़ाया है। बल्कि इन्हें भारत सरकार के युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय से सम्मानित भी किया गया है।

नहीं देते रजिस्ट्रेशन के बाद रसीद

डीडीयूजीयू से बीकॉम से पढ़ाई करने वाले प्रदीप बताते हैं कि उन्होंने यूनिवर्सिटी एनएसएस कार्यालय में सत्र 2017-18 सत्र में रजिस्ट्रेशन कराया था। रजिस्ट्रेशन के वक्त कोई रिसीविंग नहीं दिया गया था। लेकिन तब से ग्रेजुएशन फाइनल ईयर कंप्लीट होने तक यूनिवर्सिटी की तरफ से आयोजित कई प्रोग्राम में हिस्सा लेता रहा हूं। जिल स्तर पर सभी कार्यक्रमों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हुए प्रोग्राम सर्टिफिकेट हासिल कर चुका हूं। राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में भी यूनिवर्सिटी की तरफ से भेजा गया है। जहां पहला स्थान भी प्राप्त हुआ। अभी ग्रेजुएशन की पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद ग्रेटर नोएड में एमबीए की पढ़ाई करने जाना है। वहां एनएसएस सर्टिफिकेट लगाना है। जब सर्टिफिकेट मांगा तो एनएसएस को-आर्डिनेटर डॉ। केशव सिंह ने सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया। कमोबेश यहीं कहानी लालजी मौर्या की भी है।

लालजी ने बताया यूनिवर्सिटी में उसने 2016 में एडमिशन लिया था। उसने एनएसएस का फार्म भरा था। फार्म भरने के बाद उसे एनएसएस की तरफ से सभी प्रकार के एनएसएस कार्यक्रम में हिस्सा लेता रहा। गोरखपुर यूनिवर्सिटी की तरफ से राष्ट्रीय युवा महोत्सव में 2017-18 में हिस्सा लिया। वह गांधी इकाई से प्रतिभाग किया था। लेकिन जब उसे यूनिवर्सिटी में एमए पालिटिकल साइंस में दाखिला लेना हुआ तब तक उसे एनएसएस को-आर्डिनेटर की तरफ से सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। जबकि कई बार को-आर्डिनेटर से मिलने के बाद भी सिर्फ यह जवाब दिया जाता कि कार्यालय में रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण सर्टिफिकेट जारी नहीं कर सकते हैं।

क्या कहना है को-आडिर्नेटर का

डीडीयूजीयू एनएसएस को-आर्डिनेटर डॉ। केशव सिंह ने कहा कि 2017-18 सत्र में एनएसएस की दस इकाई में आठ इकाई भंग थी। इस वक्त प्रो। शरद मिश्र को-आर्डिनेटर थे। ऐसे में रजिस्ट्रेशन इन वालेंटियर्स का कौन किया यह जानकारी परे हैं। हमारे डाक्यूमेंट्स में इन स्टूडेंट्स का नाम रजिस्टर्ड नहीं है। जब तक उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन नहीं प्राप्त हो जाता तब तक सर्टिफिकेट कैसे जारी कर दिया जाएगा?

प्रदीप को मिले सटिर्फिकेट

- राष्ट्रीय एकता शिविर, राजस्थान

- पूर्व गणतंत्र दिवस परेड, हटिया, रांची

- स्वच्छ भारत इंटर्नशिप, गोरखपुर

- स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), जिला प्रशासन द्वारा

- नेशनल हेल्थ मिशन

लालजी को मिले सटिर्फिकेट

- राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2018, गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा

- 2017 विधानसभा चुनाव में 50 से अधिक जगह नुक्कड़ नाटक का आयोजन

- 2017 के प्री-आरडी में प्रतीक्षा सूची में शामिल

वर्जन

एनएसएस वालेंटियर्स के सर्टिफिकेट क्यों नहीं जारी किया जा रहा है इसके लिए पूछताछ की जाएगी। अगर वह यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट्स है और वालेंटियर्स के रूप में प्रतिभाग सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुका है तो उसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है।

डॉ। ओमप्रकाश, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive