20 प्रतिशत मल्टीपल सवाल होंगे जबकि थ्योरी का पोर्शन 80 प्रतिशत होगा।

सीबीएसई ने का बदला बोर्ड एग्जाम का पैटर्न, स्टूडेंट्स को मिलेगी राहत

Meerut। सीबीएसई के 10वीं और 12वीं के बच्चों को अब बोर्ड एग्जाम में बड़ी राहत मिलेगी। इस बार बोर्ड ने मल्टीपल क्वेश्चस की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है। बोर्ड के निर्देशानुसार अब एग्जाम में 20 प्रतिशत मल्टीपल सवाल होंगे जबकि थ्योरी का पोर्शन 80 प्रतिशत होगा। बोर्ड के इस फैसले से जहां स्टूडेंट्स को राहत मिलेगी वहीं टीचर्स भी इस पैटर्न को स्कोरिंग बता रहे हैं।

हर सब्जेक्ट में मल्टीपल क्वेश्चन

बोर्ड की ओर से अब हर सब्जेक्ट में मल्टीपल क्वेश्चन को शामिल किया जाएगा। अभी तक कुछ ही सब्जेक्ट में मल्टीपल क्वेश्चंस पूछे जाते थे। स्टूडेंट्स को पैटर्न को ठीक तरह से समझ लें इसके लिए प्री-बोर्ड का पेपर भी नए पैटर्न पर डिजाइन कराया जाएगा। इसकी तैयारी भी विशेष रूप से कराई जाएगी। बोर्ड का मानना है कि इस तरह से स्टूडेंट्स में कोर स्टडी हैबिट डेवलप होगी।

कई तरह का होगा पैटर्न

बोर्ड पेपर में मल्टीपल क्वेशचंन को अलग-अलग तरह से फार्म किया जाएगा। इसमें मल्टीपल च्वाइस, मल्टीपल रिस्पांस, फिल इन द ब्लैंक्स, करेक्ट- इनकरेक्ट,, मैचिंग और रीजन टाइप सवाल होंगे। बोर्ड क्लासेज के बाद कॉम्पीटिशन की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को इस पैटर्न पर काफी राहत मिलेगी। मल्टीपल रिस्पांस और रीजन जैसे पैटर्न कॉम्पीटिशन में सबसे ज्यादा पूछे जाते हैं। इसके अलावा बोर्ड का कहना है कि इस तरह के सवालों से स्टूडेंट्स में रटने की प्रवृत्ति भी कम होगी।

बोर्ड के इस फैसले से स्टूडेंट्स को काफी राहत मिलेगी। पैटर्न स्कोरिंग हैं। थ्योरी में स्टूडेंट्स को लिखना ज्यादा पड़ता है। जबकि मल्टीपल में वन वर्ड आंसर देना होता है।

अजय गुप्ता, टीचर, पुलिस मॉडर्न स्कूल

स्टूडेंटृस को इस पैटर्न से काफी हेल्प मिलेगी। स्टूडेंट्स क्लीयर कट मा‌र्क्स इसमें गेन कर सकते हैं। जबकि टीचर्स के लिए भी ये इजी होगा।

चांदनी, टीचर, इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल

इस पैटर्न में गलतियों की गुंजाइश काफी कम रहेगी। स्टूडेंट्स को कोर रीडिंग करनी पड़ेगी। इससे उनका आई-क्यू लेवल भी स्ट्रांग होगा।

अभिषेक शर्मा, टीचर

Posted By: Inextlive