- मेडिकल और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में नर्सो दिया धरना

- जिला अस्पताल में फॉर्मासिस्ट के अलावा संविदा नर्सो की लगाई गई ड्यूटी

- मेडिकल में नर्सो की जगह स्टूडेंट्स ने संभाली कमान

Meerut : ऑल इंडिया गवर्नमेंट नर्सेज फेडरेशन के तत्वावधान में पूरे देश में एक दिन की सीएल हड़ताल की घोषणा की गई। शुक्रवार को इसी के तहत मेडिकल और जिला अस्पताल में नर्सो ने हड़ताल की और धरना भी दिया, जिसके चलते जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शनिवार को सभी नर्से अपने काम पर लौट आएंगी। गौरतलब है कि ये हड़ताल नर्सो को सेवंथ पे कमीशन में शामिल न करने और सहायक नर्सिग अधीक्षक एवं उप नर्सिग अधीक्षक के पदनाम को सहायक नर्सिग सिस्टर और उप नर्सिग सिस्टर के विरोध में की गई थी।

मेडिकल में हालत हुए बुरे

नर्सो के हड़ताल पर चले जाने मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कॉलेज को ट्रेनी नर्सो और स्टूडेंट्स से काम चलाना पड़ा। अधिकारियों की मानें तो थोड़ी परेशानी जरूर हुई, लेकिन सब कुछ ठीक से मैनेज कर लिया गया था। अगर किसी मरीज को कोई दिक्कत हुई तो उसके पास डॉक्टर खुद पहुंचे हैं। इससे पहले हॉस्पिटल के सीएमएस नर्सो के पास पहुंचे। जहां उन्होंने नर्सो से कहा कि अगर कोई बड़ा डिजास्टर सामने आने पर हॉस्पिटल का साथ दें, जिस पर नर्सो ने अपनी सहमति जताई। गौरतलब है कि मेरठ मेडिकल में 125 स्टाफ नर्स, 48 सिस्टर और 8 मेट्रेन हैं, जोकि हड़ताल पर रहीं।

फॉर्मासिस्ट के हवाले इमरजेंसी वार्ड

वहीं जिला अस्पताल में भी नर्सो की हड़ताल की वजह से काफी परेशानी देखने को मिली। इमरजेंसी वार्ड को फॉर्मासिस्ट के हवाले कर दिया गया। वहीं बाकी 9 वार्डो में सिर्फ 10 नर्सो और मेट्रेन को सौंपा गया था। अधिकारियों की मानें तो हॉस्पिटल में आज कोई बड़ा केस नहीं आया, जिससे कोई परेशानी नहीं हुई। वहीं स्टाफ नर्स ने संविदा नर्सो की ड्यूटी न लगाने को लेकर सीएमएस से मिले। जिसपर सीएमएस ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि जिला अस्पताल में 22 नर्स हड़ताल पर रही थी।

स्टूडेंट्स और ट्रेनी नर्सो को ड्यूटी पर लगा दिया गया था। इस दौरान कोई दिक्कत नहीं हुई। वार्डो में किसी पेशेंट को परेशानी होने पर डॉक्टर को भेजा गया। नर्सो ने आश्वासन दिया था कि कोई बड़ा डिजास्टर होने पर मेडिकल की ड्यूटी का निर्वहन करेंगी।

- सुभाष सिंह, सीएमएस, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज

थोड़ी बहुत दिक्कत तो जरूर हुई, लेकिन सभी ने मिलकर मैनेज कर लिया। कोई सीरियस पेशेंट भी नहीं आया। संविदा नर्सो ने काफी अच्छा काम किया। कल से सभी नर्स काम पर लौट आएंगी।

- डॉ। वीके गुप्ता, सीएमएस, प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल

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दवा की दुकानें रहेंगी बंद

Meerut : जिला मेरठ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ऑल इंडिया लेवल पर होने जा रही हड़ताल का समर्थन करने दिया है। अब शनिवार को खैर बाजार समेत मेरठ के सभी दवा की दुकानें बंद रहेंगी। एसोसिएशन के महामंत्री रजनीश कौशल ने बताया कि हमारी चार मांगें हैं कि दवा व्यवसाय में फॉर्मासिस्ट की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए। लाइसेंस फीस में 10 गुना वृद्धि नहीं होनी चाहिए। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री बंद होनी चाहिए। वहीं जीवन रक्षक दवाओं को पूरी तरह से कर मुक्त कर दी जाएं।

Posted By: Inextlive