RANCHI: रांची यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन पार्ट थ्री के इन्वायरमेंटल साइंस पेपर की परीक्षा अब ऑब्जेक्टिव पैटर्न पर ली जाएगी। मल्टीपल च्वाइस के आधार पर क्00 नंबर के सवाल पूछे जाएंगे। ओएमआर शीट पर ही परीक्षा ली जाएगी। इससे संबंधित प्रस्ताव को एग्जामिनेशन बोर्ड की मंजूरी मिल गई है। अब इसे एकेडमिक काउंसिल की बैठक में अनुमोदन के लिए रखा जाएगा। काउंसिल की मुहर लगते ही आब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाने का रास्ता खुल जाएगा। गुरुवार को रांची यूनिवर्सिटी में वीसी डॉ। रमेश कुमार पांडे की अध्यक्षता में एग्जामिनेशन बोर्ड की बैठक हुई।

एमसीए की फिर परीक्षा

रांची यूनिवर्सिटी के एमसीए थर्ड सेमेस्टर के स्टूडेंट एक पेपर आईटी-फ्ख् की फिर से परीक्षा की डिमांड कर रहे थे। छात्रों का कहना था कि परीक्षा में पूछे गए अधिकतर सवाल आउट ऑफ पैटर्न थे। संबंधित पेपर के एक्सपर्ट की रिपोर्ट एग्जाम बोर्ड की बैठक में रखी गई। सदस्यों ने चर्चा के बाद परीक्षा दोबारा लेने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी। इस पेपर की परीक्षा पुराने पैटर्न से ली जाएगी। गौरतलब हो कि इस पेपर की परीक्षा ख्क् जनवरी को डोरंडा कॉलेज में हुई थी।

क्00 नंबर पर मूल्यांकन

एमटेक फ‌र्स्ट सेमेस्टर में नए सिलेबस के अनुसार, मेकेनिकल इंजीनियरिंग पेपर में क्00 अंक के सवाल पूछ जाने चाहिए। लेकिन पुराने सिलेबस के अनुसार म्0 अंक के सवाल ही पूछे गए थे। छात्रों ने आवेदन देकर इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया था। एग्जामिनेशन बोर्ड में म्0 की जगह क्00 अंक मानकर उत्तर पुस्तिका में मूल्यांकन करने का निर्णय लिया गया।

दर्जन भर पीएचडी प्रस्ताव मंजूर

परीक्षा बोर्ड की बैठक में दर्जन भर पीएचडी प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान कर दी गई। इसमें आ‌र्ट्स, साइंस और कॉमर्स संकाय के प्रस्ताव थे। इसके अलावा पीजी राजनीति विज्ञान विभाग की सोनी कुमारी, प्रमिला लकड़ा को पीएचडी अवार्ड देने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई।

ब्भ् साल बाद धराया फर्जी सर्टिफिकेट

रांची यूनिवर्सिटी के छोटानागपुर टीचर ट्रेनिंग कॉलेज से साल क्97म् में उपेंद्र कुमार पांडे ने बीएड पास करने का दावा किया था। अपने पक्ष में अंक पत्र व सर्टिफिकेट भी दिया था। उसका रोल नंबर ब्ख्8 और रजिस्ट्रेशन नंबर क्9ख्ख्8 था। जांच के क्रम में सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया। कहा गया कि रांची यूनिवर्सिटी द्वारा यह सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया है। क्रमांक पर दूसरे कैंडिडेट का नाम है। इतना ही नहीं पांडेय द्वारा प्रस्तुत प्रमाण पत्र ब्0ब् अंक का है, जबकि यूनिवर्सिटी के रजिस्टर में ब्क्क् अंक है। इसलिए पांडेय का दावा एग्जाम बोर्ड ने निरस्त कर दिया।

Posted By: Inextlive