- 31 अक्टूबर को जानी खुर्द गांव से पड़ोसी ने कर लिया था 12 साल के मासूम का अपहरण

-पुलिस ने तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया

Meerut: 12 लाख रुपये की फिरौती वसूलने के लिए पड़ोसी ने ही 12 साल के बच्चे की गला घोंटकर हत्या कर दी। लाश को गन्ने के खेत में गाड़ दिया। बच्चे के पिता से मोबाइल पर फिरौती की रकम मांगे जाने के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच की तो पड़ोसी संदेह के घेरे में आ गया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर लाश बरामद करके उसके पिता और दोस्त को गिरफ्तार कर पूरे मामले से परदा उठा दिया।

कॉल से मिला सुराग

एसपी देहात डॉ। प्रवीण रंजन ने बताया कि 31 अक्टूबर को जानी थाने के जानी खुर्द गांव से मोबाइल टावर लगाने का काम करने वाले अखलाक का 12 साल का बेटा मोहनिस घर के बाहर खेलते हुए लापता हो गया था। जानी थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज हुई थी। 3 नंवबर को अखलाक के मोबाइल पर कॉल करके किसी ने बच्चे का अपहरण हाने की बात कहते हुए 12 लाख रुपये की फिरौती मांग ली थी। इसके बाद दोबारा अखलाक को फोन करके फिरौती मांगी गई। पुलिस ने नंबर की जांच की तो उसकी आईडी फर्जी निकली।

आरोपी गिरफ्तार

क्राइम ब्रांच ने गांव जाकर जांच की तो सामने आया कि बच्चे की बरामदगी के लिए सबसे ज्यादा हंगामा गांव का आसिफ कर रहा है। पुलिस को उसकी गतिविधियों पर शक हुआ तो रविवार को उसे हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के बाद आसिफ ने पिता महफूज और दोस्त भनवाड़ा रतनपुरी मुजफ्फरनगर के शौकीन के साथ घटना को अंजाम देना कुबूल कर लिया। पुलिस ने आसिफ की निशानदेही पर गांव के जंगल में ईख के खेत में दबा मोहनिस का शव बरामद कर लिया।

---------

दो महीने पहले बनाई हत्या की प्लानिंग

आसिफ ने हत्याकांड को अंजाम देने के लिए दो महीने पहले से ही प्लानिंग कर रखी थी। फिरोजाबाद में मोबाइल टावर का काम करने के दौरान फर्जी आईडी पर एक सिम और नया मोबाइल खरीदा। 31 अक्टूबर को मोहनिस को बाइक पर बिठाकर दावत खिलाने की बात कहकर जंगल में ले गया। वहां पर पिता महफूज और दोस्त शौकीन के साथ मोहनिस की गला दबाकर हत्या कर दी। लाश को पॉलीथिन में लपेटकर गन्ने के खेत में दबा दिया। इसके बाद उसने शौकीन से मोहनिस के पिता अखलाक को फोन कराकर 12 लाख रुपये की फिरौती मंगवाई।

एसपी देहात डा। प्रवीण रंजन ने बताया कि अखलाक और आसिफ अक्सर मोबाइल टावर का काम साथ में करते थे। अखलाक गांव में ब्याज पर भी पैसे देता था। ऐसे में आसिफ को लगा कि उस पर काफी माल है। बच्चे के अपहरण की बात सुनकर वो पैसे दे देगा। एसपी देहात ने बताया कि पकड़े गए शौकीन पर हत्या, लूट समेत छह मामले पहले से दर्ज हैं।

बेबाकी से बोला, बहन के साथ दुष्कर्म की घटना का बदला लेने के लिए की हत्या

पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान हत्यारोपी आसिफ ने पुलिस की पूरी कहानी को पलट दिया। उसने बताया कि बहन के साथ कई महीने पहले अखलाक के रिश्तेदार ने दुष्कर्म किया था। इसके चलते उसके मन में अखलाक के प्रति नफरत थी। इसी का बदला लेने के लिए उसने उसके बेटे को मार डाला। वहीं, दुश्मनी अखलाक से थी तो बच्चे को क्यों मारा के सवाल पर वो चुप गया। एसपी देहात ने बताया कि आरोपी बात को घुमा रहा है। उसकी बहन के साथ दुष्कर्म जैसी कोई बात सामने नहीं आई।

हमारे लाल को मारकर हमें ही दे रहा था दिलासा

पुलिस ने रविवार को जब आसिफ को पकड़ा तो बच्चे के पिता अखलाक ने ही विरोध जता दिया। उन्होंने कहा कि आसिफ तो उनके घर का है। वो ऐसा काम नहीं कर सकता। लेकिन जब उसकी निशानदेही पर लाश बरामद हुई तो सब हैरान रह गए। अखलाक बार-बार रो-रोकर बस यही बोलता रहा कि हमारे लाल को मारकर रोजाना घर आकर दिलासा देता था कि चिंता मत करो, मोहनिस मिल जाएगा। लेकिन हमें क्या पता था कि इसी ने घर उजाड़ दिया।

Posted By: Inextlive