अक्टूबर क्रांति के सौ वर्ष पूरे होने पर श्रम हितकारी केंद्र राजकीय प्रेस में व्याख्यानमाला का आयोजन

ALLAHABAD: अक्टूबर क्रांति शतवार्षिकी समिति की ओर से अक्टूबर क्रांति के 100 वर्ष पूरा होने पर पूरे देश में चलायी जा रही व्याख्यान श्रंखला के तहत गुरूवार को श्रम हितकारी केंद्र राजकीय प्रेस में व्याख्यान का आयोजन किया गया। राजनीतिक चिन्तक, कवि और मा‌र्क्सवादी सैद्धांतिक पत्रिका दि एन्विल के सम्पादक शशि प्रकाश ने कहा कि अक्टूबर क्रान्ति 20वीं सदी के इतिहास को परिभाषित करने वाली युगान्तरकारी घटना थी। इसने दुनिया भर के तमाम देशों में क्रान्तिकारी राष्ट्रीय मुक्ति, संघर्षो और मजदूर आंदोलनों को प्रभावित किया। क्रान्ति के बाद रूस की मेहनतकश जनता के जीवन में उल्लेखनीय बदलाव आये।

अक्टूबर क्रांति से स्वप्न जैसे परिणाम

उन्होंने कहा कि उस समय शिक्षा, रोजगार, चिकित्सा, आवास की सारी समस्याएं लगभग हल कर दी गई। अपराध, वेश्यावृत्ति, नशाखोरी में इतनी कमी आ गई जो आज भी किसी पूंजीवादी देश के लिए स्वप्न जैसी बात है। इसलिए जरूरी है कि हम उन उपलब्धियों को जानें जो आज भी विश्वभर में मेहनतकश और इंसाफ पसन्द लोगों को एक न्यायपूर्ण और समानतामूलक दुनिया का स्वप्न देखने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में क्रांतियां किसी देश के मॉडल की नकल करके नहीं बल्कि अपने देश की परिस्थितियों का अध्ययन करके और आम जनता को जागरुक, संगठित एवं गोलबन्द करके ही की जा सकती है। संचालन प्रसेन ने किया और अध्यक्षता प्रो। कृष्ण मुरारी और हरीशचन्द्र पाण्डेय ने की।

Posted By: Inextlive