71 -शिकायतें पहुंची

7- का मौके पर समाधान

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ:

क्या है समाधान दिवस

-योगी सरकार ने तहसील दिवस का नाम सम्पूर्ण समाधान दिवस रखा है। सम्पूर्ण समाधान दिवस माह के पहले और तीसरे ट्यूजडे को तहसील में आयोजित किया जाता है। रोस्टर वाइज एक तहसील में डीएम एसएसपी शिकायत सुनने जाते हैं। बाकी जगह एसडीएम, सीओ आदि अफसर शिकायत सुनते हैं। डीएम एसएसपी के साथ समाधान दिवस में तहसील, बिजली, नगर निगम, पुलिस सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहते हैं। समाधान दिवस में आने वाली सभी शिकायतों को नोट कर डीएम एसएसपी के सामने पेश किया जाता है। जिस पर वह संबंधित विभाग के अफसर से बात कर मौके पर निस्तारण कराने की कोशिश करते हैं। मौके पर निस्तारण नहीं होने वाली शिकायतों को निपटाने के लिए समय दिया जाता है। इसकी ऑन लाइन मानीटरिंग आईजीआरएस पोर्टल पर होती है।

फरियादियों में भी नहीं िदखाई रूचि

मीरगंज तहसील में ट्यूजडे समाधान दिवस में डीएम वीरेन्द्र कुमार सिंह और एसएसपी कलानिधि नैथानी पहुंचे थे। अफसरों के साथ एसडीएम, सीओ के साथ इंस्पेक्टर और अन्य विभागों के अफसर भी मौजूद थे। सुबह दस बजे शुरू हुए समाधान दिवस में डीएम, एसएसपी ने पहुंचे फरियादियों की शिकायत सुननी शुरू की, तो कुछ देर बाद ही अन्य अफसर अपने मोबाइल में बिजी हो गए। मोबाइल में वह इतना खो गए कि कोई फरियादी जब उनके पास पहुंचता तो वह डीएम और एसएसपी के पास उसे भेज देते थे। फरियादियों की समस्या सुनने में बिजी डीएम-एसएसपी की उन पर नजर नहीं पड़ी। समाधान दिवस में पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता कुमार शैलेंद्र, आरईएस के सहायक अभियंता चंद्रवीर, जिला बंदोबस्त अधिकारी प्रेमचंद्र भी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive