आगरा। सावधान ई-कॉमर्स वेबसाइट्स जहां आम लोगों को सहूलियत मुहैया करा रही हैं, वहीं शातिरों को शिकार उपल?ध करा रही हैं। जिस तरह कोई व्यक्ति अपनी वस्तु बेचने के लिए ई-कॉमर्स वेबसाइट का इस्तेमाल करता है, ठीक उसी तरह हाईटेक शातिर भी अपना सामान चुनने के लिए इन पोर्टल्स पर ऑनलाइन रहते हैं। बस फर्क इतना है कि जब यह सामान खरीदने आते हैं, तो चपत लगाकर चलते बनते हैं। एक ऐसा ही मामला थाना ताजगंज के पुरानी मंडी में सामने आया। ओएलएक्स पर निगाह गढ़ाए चोर ने एक बीएससी के छात्र के सामने ही उसकी बाइक उड़ा दी। पीडि़त ने थाना ताजगंज में मुकदमा पंजीकृत कराया है।

ओएलएक्स पर डाली बाइक की फोटो

थाना ताजगंज केगली सेवाराम निवासी अमन वर्मा के पिता रामचंद वर्मा सराफा कारोबारी हैं। उनकी राम श्याम नाम से ज्वैलर्स की दुकान है। अमन बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र है। उसने आठ दिन पहले अपनी पीले रंग की अपाचे बाइक सेल करने के लिए ई-कॉमर्स वेबसाइट ओएलएक्स पर रजिस्टर किया। साथ ही बाइक की कुछ फोटो को भी अपलोड कर दिया। अमन खरीदार के फोन का इंतजार कर रहा था।

तीन दिन पहले आया था कॉल

सात जुलाई को अमन के पास अज्ञात नम्बर से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने बाइक खरीदने की इच्छा जाहिर की। अमन ने उसका पता पूछा तो उसने खुद को संजय प्लेस निवासी बताया। अमन ने उसे ताजगंज आने को बोला। इसके दो घंटे बाद उसका कॉल आया और उसने अमन को पुरानी मंडी पर बुलाया।

घर आने से किया इनकार

अमन ने खरीदार युवक को घर पर आने के लिए कहा। शातिर ने दो घंटे बाद कॉल करके कहा कि पैदल आया है, वह बाइक लेकर उसके पास आ जाए। बाइक का जो भी पैसा होगा, वहीं पर पेमेंट कर देगा। इस पर अमन बाइक लेकर वहां पहुंच गया। शातिर वहीं पर खड़ा मिल गया। जब अमन युवक के बुलाए स्थान पर पहुंचा, तो शातिर वहां चार-पांच अन्य युवकों से बात कर रहा था। अमन को लगा कि वह उसके साथ आए हैं। अमन ने उसके पास बाइक रोक दी। इसके बाद वह उसके पास आया। अमन ने बाइक का रुपया मांगा। इस पर शातिर ने बाइक का टेस्ट ड्राइव करने की बात कही।

अचानक बढ़ा दी स्पीड

टेस्ट ड्राइव की बात पर अमन ने बाइक की चाबी उसके हाथ में पकड़ा दी। पहले वह सेल्फ स्टार्ट कर बाइक को पीएसी रोड की तरफ ले गया, वहां से घुमाता हुआ अमन के पास तक आया। तभी युवक ने अचानक बाइक की रफ्तार बढ़ा दी। बाइक का एक्सीलेटर देते हुए फर्राटा भरता हुआ किले के रोड की तरफ निकल गया। अमन को लगा कि वह वापस आ जाएगा। करीब 10 मिनट बीतने के बाद जब वह नहीं आया तो अमन का माथा ठनका। उसने शातिर के पास खड़े लोगों से पूछा कि तुम्हारा साथी अभी तक नहीं लौटा। यह सुन वहां खड़े लोगों ने कहा कि तुम किसकी बात कर रहे हो, हमारा कोई साथी यहां से तुम्हारी बाइक नहीं ले गया। अमन ने उसका डेढ़ घंटे तक इंतजार किया। उसके मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। बाद में मोबाइल स्विच ऑफ जाने लगा। अमन ने पिता को कॉल कर वारदात से अवगत कराया। थाने गया और एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी। पुलिस ने इस सम्बंध में मुकदमा पंजीकृत किया है।

Posted By: Inextlive