- डॉ। उपाध्याय डेढ़ महीने तक लटकाए रहे चिपों की जांच

- नये एफएसएल डायरेक्टर ने तेज की जांच की कवायद

LUCKNOW:विधानसभा में मिले संदिग्ध पाउडर को जल्दबाजी में टेस्ट कर घातक विस्फोटक पीईटीएन करार देने वाले फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के पूर्व डायरेक्टर डॉ। एसबी उपाध्याय आम जनता से जुड़े बड़े मामले को लेकर भेजी गयी अहम जांच को लटकाते रहे। प्रदेश में पेट्रोल पंपों पर छापेमारी कर तेल चोरी का रैकेट का खुलासा करने वाली एसटीएफ ने डिस्पेंसर मशीन में लगी चिप जांच के लिए एफएसएल भेजी थी, जिसे करीब डेढ़ महीने तक एफएसएल में किसी ने छूने तक की कोशिश भी नहीं की। डॉ। उपाध्याय की एफएसएल से विदाई के बाद अब इस मामले की जांच भी शुरू होने जा रही है। एसटीएफ द्वारा बरामद चिप को अब एफएसएल सोमवार से उन्हीं सील मशीनों में दोबारा लगाकर तेल चोरी के सुबूत तलाशेगी। इस दौरान एसटीएफ के अलावा इस मामले की जांच को गठित एसआईटी के सदस्य भी मौजूद रहेंगे।

डीजी ने दिए सख्त निर्देश

दरअसल डॉ। उपाध्याय के सस्पेंड होने के बाद डीजी तकनीकी सेवा महेंद्र मोदी ने नये डायरेक्टर डॉ। राम जनम को पेट्रोल पंपों पर बरामद चिप की जांच समेत लंबित जांच प्रकरणों को जल्द निपटाने के सख्त निर्देश दिए हैं। इस मामले में विधिक राय लेने के बाद तय किया गया है कि जिन पंपों की ऑयल डिस्पेंसर मशीन से चिप बरामद की गयी थी, उनमें दोबारा उसे लगाकर पेट्रोल की मात्रा जांची जाए। इसके लिए एफएसएल अपने उपकरण भी साथ लेकर जाएगी ताकि पेट्रोल की सही मात्रा नापी जा सके। दरअसल इसे किसी दूसरी मशीन में लगाने पर बदले नतीजे मिलने की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। सोमवार को कैंट स्थित एक दागी पेट्रोल पंप से इसकी शुरुआत की जानी है। सूत्रों की मानें तो एफएसएल में एसटीएफ ने करीब आठ पंपों से बरामद चिप जांच के लिए भेजी हैं। ये सभी लखनऊ और उसके आसपास के पेट्रोल पंपों से बरामद की गयी थी। ध्यान रहे कि एसटीएफ के इस खुलासे के बाद पूरे प्रदेश में पेट्रोल पंप कारोबारियों में हड़कंप मच गया था। एसटीएफ ने इस मामले में कुछ पंप मालिकों, मैनेजर और कर्मचारियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था। वहीं एफएसएल भेजी गयी चिप की जांच शुरू न होने से आरोपितों को राहत मिलने की संभावना को देखते हुए जांच प्रक्रिया जल्द पूरी करने की कवायद की जा रही है।

फैक्ट फाइल

- 9 पेट्रोल पंपों के खिलाफ एफआईआर हुई थी

- 202 पेट्रोल पंप केवल लखनऊ के चेक किए गये

- 51 पंपों में गड़बडि़या पाई गई थी

- 8 पेट्रोल पंपों पर जुर्माना लगा था

- 5 की जांच अभी तेल कंपनियों के पास लंबित

सात पंपों पर मारा था छापा

ध्यान रहे कि एसटीएफ ने विगत 24 अप्रैल को सात पेट्रोल पंपों पर छापा मारकर तेल की घटतौली पकड़ी थी। इस दौरान 23 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसके बाद एसटीएफ ने चिप सप्लाई करने वाले गिरोह के कई अन्य सदस्यों को भी दबोचा। जिन पंपों पर छापेमारी की थी उनमें डालीगंज और चौक स्थित लालता प्रसाद वैश्य एंड संस, कैंट के शिवनारायण एंड संस, समतामूलक चौराहा का ब्रज ऑटोकेयर, सीतापुर रोड का मान फिलिंग स्टेशन, मडि़यांव का स्टैंडर्ड फ्यूल सेंटर और कमता का साकेत फिलिंग स्टेशन थे। इसके बाद लखनऊ ही नहीं, प्रदेश भर में पेट्रोल पंपों पर जिला प्रशासन की टीमों की मदद से छानबीन की गयी थी।

बॉक्स

एक्सप्लोसिव के एक्सपर्ट हैं डॉ। रामजनम

महानगर स्थित एफएसएल के नये डायरेक्टर डॉ। रामजनम एक्सप्लोसिव जांच के एक्सपर्ट हैं। आगरा में तैनाती के दौरान उन्होंने बम धमाकों से जुड़े कई अहम मामलों की जांच कर अपनी रिपोर्ट दी थी। इसके बाद उनका तबादला मुरादाबाद कर दिया गया जहां उन्होंने नई एफएसएल का निर्माण कराया। डॉ। उपाध्याय के सस्पेंशन के बाद राज्य सरकार ने उन पर भरोसा जताते हुए यह अहम पद सौंपा है हालांकि उनका इसी माह के अंत में रिटायरमेंट है।

Posted By: Inextlive