- पति पत्नी दोनों को पेंशन देने का नहीं है प्रावधान लेकिन आ रहें हैं आवेदन

- विभाग द्वारा कैंसिल किए जा रहे आवेदन तो हो रही शिकायत

ROORKEE: वृद्धावस्था पेंशन के आवेदनों को लेकर समाज कल्याण विभाग परेशान है। तहसील दिवस से लेकर जनता दरबार तक वृद्धावस्था पेंशन को लेकर तमाम शिकायतें दर्ज हो रही हैं। कोई पेंशन न मिलने की शिकायत कर रहा है तो कोई पेंशन का आवेदन रिजेक्ट करने की शिकायत कर रहा है। पूर्व में सरकार ने घोषणा की थी कि पती व पत्नी दोनों को पेंशन का लाभ दिया जाएगा लेकिन बाद में यह योजना वापस लेनी पड़ी, इसी वजह से यह शिकायतें विभाग को मिल रही हैं और विभाग इन शिकायतों से परेशान है।

ऑडिट विभाग ने लगाई थी आपत्ति

दरअसल पूर्व की सरकार ने पति और पत्नी दोनों को वृद्धावस्था पेंशन देने की घोषणा की थी, कुछ लोगों को इसका लाभ भी दिया गया था। इस योजना को लेकर भारत सरकार के ऑडिट विभाग ने अपनी आपत्ति जताते हुए कहा था कि पति-पत्नी में से कोई एक ही इस पेंशन का हकदार होगा। विभाग की आपत्ति के बाद कुछ पेंशंस बंद कर दी गईं और पति पत्नी के आवेदनों में से एक को कैंसिल करना शुरू कर दिया गया। आवेदन कैंसिल किए जाने व पेंशन बंद होने की कार्यवाही के बाद लगातार इस संबंध में जनशिकायतें आ रही हैं। इन शिकायतों का क्या समाधान किया जाए इसपर प्रशासनिक अधिकारी भी परेशान हैं। पिछले सप्ताह रुड़की तहसील में आयोजित जनता दरबार में भी तत्कालीन डीएम ने इस बात पर नाराजगी भी जताई थी।

वृद्धावस्था के ख्ख् हजार पेंशनभोगी

जिले में वर्तमान समय में ख्ख् हजार लोगों को वृद्धावस्था पेंशन दी जा रही है, इसके अलावा हर माह विकास खंडों से क्0 से क्भ् आवेदन जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं।

'विभाग की ओर से लगातार इस बात की जानकारी दी जा रही कि पति-पत्नी में से एक को ही पेंशन का लाभ मिलेगा, लेकिन कुछ लोग आवेदन में चालाकी कर रहे हैं, एक आवेदन पहले हो जाता है जबकि दूसरा छह माह बाद, ऐसे में आवेदन को निरस्त कर दिया जाता है, आवेदन निरस्त होने पर ही आवेदनकर्ता इस तरह की शिकायत कर रहे हैं.'

--दीपक अग्निहोत्री, जिला समाज कल्याण अधिकारी हरिद्वार

Posted By: Inextlive