घायल चचेरे भाई की हालत खतरे से बाहर, चार के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज

PRAYAGRAJ: विवादित जमीन को लेकर हुए मारपीट में घायल कमला शंकर (55) की बुधवार को मौत हो गई। एसआरएन हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा था। उसे बचाने के चक्कर में बुरी तरह से घायल हुए चचेरे भाई अमरेश (35) की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। अमरेश की तहरीर पर पुलिस ने नामजद चार लोगों के खिलाफ हत्या कर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना हंडिया एरिया धनुपुर गांव की है।

तीन आरोपित हिरासत में

धनूपुर गांव निवासी अमरेश कुमार व गंगाधर के बीच जमीन को लेकर अरसे से विवाद चला आ रहा है। मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन थी। बताते हैं कि इसी जमीन को लेकर दोनों पक्षों में रंजिश की चिंगारी सुलग रही थी। मंगलवार शाम करीब छह बजे कमला शंकर पुत्र स्व.बाबूनन्दन चाय नीचे चौराहे पर जा रहा था। आरोप है कि रास्ते में घात लगाकर बैठे गंगाधार अपने भाई मानिकचन्द, जमुना प्रसाद व प्रवीण कुमार कमला शंकर को अनायास गालियां देने लगे। कमला शंकर ने विरोध किया तो चारों मिल कर उसकी जमकर पिटाई कर दिए। उसकी आवाज सुन बचाने पहुंचे चचेरे भाई अमरेश की भी हमलावरों ने पिटाई की। इस हमले में कमला शंकर व अमरेश को गंभीर चोटें आई। खबर मिलने पर पहुंचे परिजन व पुलिस दोनों को स्थानीय सीएचसी ले गए। वहां से डॉक्टरों ने एसआरएन हॉस्पिटल रेफर कर दिया। यहां इलाज के दौरान बुधवार भोर कमला शंकर की मौत हो गई। उपचार के बाद अमरेश खतरे से बाहर बताया गया। अमरेश की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही आरोपित गंगाधर, मानिकचन्द्र, जमुना प्रसाद पुत्रगण अर्जुन प्रसाद व प्रवीण कुमार पुत्र सरजू के खिलाफ हंडिया पुलिस हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर तीन आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।

परिवार में मच गया कोहराम

भागे हुए एक आरोपित की तलाश जारी है। कमला शंकर की अकेली एक बेटी निशा है। पत्‍‌नी श्यामा देवी जब मौत की खबर सुनी तो वह चीख पड़ी। पूरे परिवार में कोहराम मच गया। कमला शंकर टैंपो व ट्रैक्टर का मालिक है। इसी को चलाकर वह परिवार का भरण पोषण किया करता था। घायल अमरेश वेल्डिंग का काम कर गुजारा करता है।

मारपीट पहले हुई थी, बुधवार भोर उसकी मौत के बाद हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर तीन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

नरेंद्र कुमार सिंह,

एसपी गंगापार

Posted By: Inextlive