- गोरखपुर में 1650 थ्री नाट थ्री रायफल होंगे आउट

- मॉडर्न असलहों से पुलिस कर्मचारियों को राहत

GORAKHPUR: अंग्रेजों के जमाने से यूज की जा रही प्वॉइंट थ्री नॉट थ्री रायफल के आउट होने का समय आ गया है। इस रायफल के इस्तेमाल पर रोक लगने के बाद से पुलिस लाइन में पुराने असलहों को जमा कराने की तैयारी की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि करीब 1650 इंसास की डिमांड की गई है। असलहे उपलब्ध होते ही सभी थानों और चौकियों से पुराने असलहे मंगाकर नए असलहे दे दिए जाएंगे।

1650 पुलिस कर्मियों को मिलेगी इंसास

वर्ष 2016 में कंपट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया-कैग के सर्वे में यह सामने आया था कि प्रदेश में कुल एक लाख 22 हजार असलहे पुलिस के पास हैं। इनमें थ्री नॉट थ्री बोर के 58 हजार 853 असलहे शामिल हैं। गोरखपुर में इन असलहों की तादाद 1640 के आसपास है। फरवरी 1995 में इस असलहे को इस्तेमाल करने लायक नहीं बताया गया था। बावजूद इसके पुलिस कर्मचारी लगातार इसका इस्तेमाल करते रहे। सर्वे में पता लगा था कि करीब 48 परसेंट पुलिस कर्मचारी रायफले ढो रहे हैं। प्रदेश के 15 जिलों में सर्वे कराया गया जिनमें मुरादाबाद ऐसा जिला था जहां थ्री नॉट थ्री रायफल का इस्तेमाल नहीं हो रहा था। जानकारों का कहना है कि इस रायफल का इस्तेमाल सबसे पहले फ‌र्स्ट व‌र्ल्ड वॉर में किया गया था। तभी से यह असलहे प्रचलन में थे। आकार में लंबी, भारी वजन की रायफल ढोने में पुलिस कर्मचारियों को प्रॉब्लम होती थी। लंबे समय तक रायफल टांगने से उनके कंधे दर्द करने लगते थे।

पुलिस कर्मचारी होंगे स्मार्ट, बढ़ जाएगी क्षमता

जिले के पुलिस कर्मचारी जल्द ही थ्री नॉट थ्री रायफल से मुक्ति पा जाएंगे। इसके बदले में उन्हें अब इंसास दी जाएगी। नए असलहे पाने वाले पुलिस कर्मचारी ज्यादा स्मार्ट नजर आने लगेंगे। नई भर्ती के पुलिस कर्मचारियों को नए असलहे चलाने की जानकारी है। नए असलहों को हैंडल करने के लिए पुराने पुलिस कर्मचारियों को भी ट्रेंड किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इंसास लेकर चलने में प्रॉब्लम नहीं होती है। आधुनिक असलहे को चलाने में भी दिक्कत नहीं आती।

फैक्ट फीगर

प्रदेश में कुल 1.22 लाख असलहे उत्तर प्रदेश पुलिस के पास हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस के पास 58,853 थ्री नॉट थ्री रायफलें हैं।

वर्ष 1945 में यूपी पुलिस को थ्री नाट थ्री रायफल मिली थीं।

1995 से थ्री नॉट थ्री को प्रचलन से किया गया बाहर

थ्री नॉट थ्री रायफल की लंबाई 44.5 इंच है।

कुल लंबाई में बैरल ही 25 इंच लंबी होती है।

इंसास की लंबाई करीब 37.8 इंच है।

इसके बैरल की कुल लंबाई 18.3 इंच होती है।

गोरखपुर में करीब 1640 थ्री नाट थ्री विभिन्न थानों पर हैं।

थ्री नाट थ्री बदलने के लिए 1650 असलहों की डिमांड की गई है।

जिले में कुल 172 एसएलआर और 655 इंसास पहले से हैं।

इंसास की खासियत

एक हल्का असलहा है।

इसमें चेंज लीवर की तीन पोजीशन सिंगल शॉट, तीन राउंट बस्ट और सेफ होती है।

इसकी मैगजीन पाली कार्बोनेट फाइबर की बनी होती है। बैरल क्रोमियम प्लेटिड होती है।

फायर के बाद इसके बैरल साफ करने के लिए गर्म पानी की जरूरत नहीं पड़ती है।

कारगर रेंज और मैगजीन की क्षमता अधिक होती है। बैनेट मल्टी परपज होता है।

फ्लेश ऑब्जार्बर होने के कारण शोले जब्त करती है।

डीएलटी और पीएनएस लगाने की सुविधा मिलती है।

इंसास में दो तरह का एम्यूनेशन प्रयोग में लाया जाता है।

इंसास की आन वैपन तीन सौ राउंड, यूनिट रिजर्व 150 राउंड, कुल 450 राउंड की होती है।

Posted By: Inextlive