भारतीय क्रिकेट टीम के कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी की खासियत है कि वह बड़ी शख्‍सियत होने के बावजूद जमीन से जुड़े हैं। धोनी ने कभी भी अपने रुतबे और पैसे का घमंड नहीं किया। टीम के साथी खिलाड़ी हों या पुराने दोस्‍त हर किसी के साथ धोनी काफी सहज व्‍यवहार करते हैं। यही वजह है कि एक विदेशी दौरे जब टीम मैच खेलेने गई थी तो धोनी ने वहां पर बर्तन तक मांजे थे। पढ़ें पूरी खबर....


साथी खिलाड़ी को दे देते हैं बिजनेस क्लॉस की टिकटधोनी अपने आसपास के सभी व्यक्ितयों से काफी मित्रवत रहते हैं। भारतीय टीम जब भी ट्रैवल करती है, तो सीनियर खिलाड़ी होने के नाते धोनी को बिजनेस क्लॉस की टिकट दी जाती है। लेकिन धोनी अपने साथी खिलाड़ियों के आराम को ज्यादा तवज्जो देते हैं, खासतौर पर टीम के तेज गेंदबाजों को। फॉस्ट बॉलर्स के लिए पैरों को आराम देना काफी जरूरी होता है, ऐसे में धोनी अपनी टिकट साथी गेंदबाज को दे देते हैं और खुद उनकी जगह बैठ जाते हैं। यही नहीं होटल में धोनी कभी भी अपने रूम को लॉक नहीं करते। यानी कि टीम का कोई भी खिलाड़ी जब चाहे धोनी के पास आ सकता है और जरूरत की चीजें बेझिझक मांग लेता है।हेलिकॉप्टर शॉट सिखाने वाले दोस्त की दर्दनाक कहानी
क्रिकेट जगत में धोनी को उनके हेलिकॉप्टर शॉट के लिए जाना जाता है। लेकिन आपको बता दें कि यह शॉट धोनी का नहीं बल्िक उनके दोस्त संतोष लाल का था। संतोष ने ही धोनी को हेलिकॉप्टर शॉट मारना सिखाया था। इस अहसान को धोनी आज तक मानते हैं। साल 2013 में धोनी कैरेबियाई दौरे पर गए हुए थे उसी समय संतोष की अचानक तबीयत खराब हो गई। संतोष के घरवालों ने धोनी को फोन किया तो धोनी ने तत्काल एयर-एंबुलेंस की व्यवस्था की। लेकिन खराब मौसम के कारण जहाज दिल्ली न जाकर बनारस उतर गया और वहां से सड़क के रास्ते संतोष को दिल्ली ले जाया गया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। धोनी को जब अपने जिगरी दोस्त संतोष की मौत की खबर मिली तो वह काफी टूट गए थे।Cricket News inextlive from Cricket News Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari