फारुख शेख बर्थडे: सिर्फ 50 फिल्में कर चमका ये सितारा, परिवार संग वकेशन पर इस वजह से हुआ निधन
कानपुर। फारुख का जन्म बरोदा के एक जमीनदार परिवार में 25 मार्च, 1948 को हुआ था। फारुख परिवार में सभी भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। उनके पिता मुस्तफा शेख एक वकील थे। वहीं फारुख ने भी पिता को देख कर शुरुआती दौर में वकील बनना सही समझा। हालांकि काॅलेज के दिनों में उनकी मुलाकात पत्नी रुपा से हुई थी और दोनों अकसर थियेटर परफाॅर्मेंस में सक्रीय रहते थे।
फारुख शेख ने फिल्म 'गरम हवा' से डेब्यू किया था। उन्होंने कई बार मजाक-मजाक में ये बात कही है कि वो ये फिल्म इसलिए किए थे कि उन्हें 750 रुपये की जरुरत थी। फिल्म में एक ऐसे मुस्लिम युवक की की मनोदशा दिखाई गई है जिसकी आधी फैमिली पाकिस्तान में बसने को रवाना हो गई है। वहीं वो अब भी यही सोच रहा होता कि वो इंडिया में रह कर अपना बिजनेस संभाले या फिर परिवार के साथ पाकिस्तान में बस जाए।
फारुख शेख ने वैसे तो अपने करियर में बहुत सी फिल्में की पर उनमें सबसे ज्यादा चर्चित और फेमस मूवीज कुछ ही रहीं। फारुख की डेब्यू फिल्म देख कर सत्यजीत रे उनके अभिनय से काफी प्रभावित हुए और उन्होंने एक्टर को 'शतरंज के खिलाड़ी' मूवी करने का ऑफर दे दिया। इसके बाद वो 'नूरी', 'चश्मे बद्दूर', 'किसी से न कहना', 'कथा', 'उमराव जान', 'फासले' और 'सागर सरहदी बाजार' में नजर आए।
भले ही फारुख को उनकी फिल्मों के लिए ज्यादा याद रखा जाता है पर एक्टर ने कई टीवी सीरियल्स में भी अभिनय किया है। उन टीवी सीरियल्स में 'श्रीकांत', 'चमत्कार' और 'जी मंत्रीजी' शामिल है। इनमें भी फारुख का सबसे फेमस टीवी शो 'जीना इसी का नाम है' रहा। इस शो में वो कई सेलेब्स का इंटरव्यू लिया करते थे।