इस फादर्स डे पर जहां आप अपने डैड के लिए कई गिफ्ट्स लाएंगे वहीं अगर आप उनके साथ कुछ घंटे बैठकर एक क्वॉलिटी टाइम एक्सपेंड करेंगे तो ये उनके लिए सबसे बड़ा गिफ्ट होगा। इसका बेस्ट ऑप्शन है फिल्म। तो बॉलीवुड की कुछ ऐसी फिल्में हैं जिन्हें आप अपने डैड के साथ बैठकर फादर्स डे पर देख सकते हैं और अपने रिलेशन को थोड़ा और स्ट्रॉग बना सकते हैं।


feature@inext.co.inKANPUR: मूवी: पा डायरेक्टर आर बाल्की के डायरेक्शन में बनी इस मूवी की स्टोरी बॉलीवुड की दूसरी फिल्मों की स्टोरी से हट कर है। ये एक इमोशनल मेलोड्रामा है। इस फिल्म में पिता और बेटे के इमोशनल रिलेशन को दिखाया गया है। इस फिल्म में बिग बी ने एक 13 साल के बच्चे ऑरो का कैरेक्टर प्ले किया है, जिसे प्रोगेरिया नाम की बीमारी है, जिसमें इंसान अपनी उम्र से पांच-छह गुना बड़ा दिखाई देता है। फिल्म में पिता और बेटे में कमाल की बॉडिंग है।मूवी: दंगल


इस फिल्म में दिखाया गया है कि पिता ऐसे होते हैं, जो अपने बच्चों के अंदर छिपे टैलेंट को अच्छे से पहचान लेते हैं। फिल्म में दो बेटियों के पिता के रोल में आमिर खान हैं जो पूरी सोसाइटी से लड़कर अपनी दोनों बेटियों को कुश्ती सीखाता है और उनके फ्यूचर के लिए अपना सबकुछ दांव पर भी लगा देता है। ये फिल्म बहुत ही इमोशनल मूवी है, जो आपको आपके पिता के ओर करीब ले जाएगी।मूवी: पीकू

सुजीत सरकार के डायरेक्शन में बनी यह स्लाइस-ऑफ-लाइफ फिल्म पिता और बेटी के रिलेशन पर बेस्ड है। फिल्म में दिखाया गया है कि बेटियां अपने पिता को कितनी गहराई से समझती हैं। मूवी में पीकू के रोल में दीपिका पादुकोण एक आर्किटेक्ट है जो घर पर रहकर ही अपना काम करती है क्योंकि उसे अपने 70 साल के पिता भास्कर यानि अमिताभ बच्चन की देखभाल करनी होती है।मूवी: 102 नॉट आउटउमेश शुक्ला के डायरेक्शन में बनी ये मूवी 102 साल के पिता बने अमिताभ बच्चन और 75 साल के बेटे बने ऋषि कपूर के ईर्द गिर्द घूमती है। ये एक हल्की फुल्की कॉमेडी फिल्म है। पिता और बेटे की इस अनोखी जोड़ी को खास बनाती है स्टोरी में उनके मिजाज। जहां 102 साल का पिता कूल और बेफिक्र है, वहीं 75 साल का बेटा बेहद डिसिप्लिनड है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे कड़वी यादों को भूलकर अच्छी यादों को संजोकर रखें।मूवी: संजू

संजय दत्त ने हमेशा अपने पिता के साथ एक स्ट्रांग रिलेशन शेयर किया है। संजू मूवी संजय दत्त की बायोपिक है। फिल्म में उनके हर साइड को दिखाया गया है कि कैसे जब-जब संजय को उनके पिता जरूरत पड़ी है तो मतभेद होने के बावजूद वह उनके साथ खड़े रहे। सुनील दत्त ने कमियों की परवाह किए बिना अपने बेटे पर अपना विश्वास और उम्मीद बनाए रखा।मूवी: उड़ानवक्रमादित्य मोटवानी के डायरेक्शन में बनी इस मूवी में पिता और पुत्र के बीच होने वाले विचारों के मतभेद को दिखाया गया है, जिसमें रजत बरमेचा और रोनित रॉय बेटे और पिता के रोल में है। ये एक इंस्पायरिंग मूवी है। इसमें दिखाया गया है कि जब तक हम अपने एम में सक्सेस नहीं होते हैं, तब तक अपने सपनों को मरने नहीं देना चाहिए और उनके लिए लड़ते रहना चाहिए।किरण खेर बर्थडे : बाॅलीवुड की फेवरिट मां, निभाए ये 5 दमदार किरदारराजकुमार-जाह्नवी की हाॅरर काॅमेडी फिल्म 'रुहआफजा' की शूटिंग शुरु, साथ करते दिखेंगे रोमांसमूवी: डियर डैडफिल्म एक स्ट्रॉग सब्जेक्ट को सामने लाती है और ये दिखाती है कि ये स्ट्रांग सब्जेक्ट कैसे पिता-बेटे के रिलेशन को इफेक्ट करता है । बेटा पिता के गे होने को एक्ससेप्ट करने की कोशिश करता है। फिल्म में मेसेज भी मिलता है कि किसी व्यक्ति को जिस तरह से वे हैं, उसे एक्ससेप्ट करना चाहिए।

Posted By: Vandana Sharma