- शहर में मैगी की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से लगाई गई रोक

- नेस्ले कम्पनी को तीन दिनों में बाजार से मैगी के पैकेट्स वापस मंगवाने की मोहलत

- मैगी के बाद शहर के लोकल ब्रांड्स भी निशाने पर, गोल्डी मसाला ब्रांड के वन वन नूडल्स पर कसा शिकंजा

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KANPUR : मंगलवार से कानपुर के बाजार में मैगी नजर नहीं आएगी। इसकी बिक्री तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। चोरी-छिपे मैगी बेचने वाले दुकानदारों पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। मैगी के अलावा लोकल ब्रांड्स के नूडल्स पर भी शिकंजा कस दिया गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को शुभम गोल्डी मसाला कम्पनी के सेल डिपो पर छापा मारकर नमूना भरा गया। यहां कम्पनी के लोकल ब्रांड 'वन-वन' नूडल्स का सैम्पल कलेक्ट कर जांच के लिए लखनऊ लैब भिजवाया गया है, जहां नूडल्स में मिलावट व सब-स्टैंडर्ड मैटीरियल की टेस्टिंग की जाएगी।

तीन दिन का अल्टीमेटम

सेन्ट्रल फूड मिनिस्ट्री ने मैगी नूडल्स को मार्केट से रिकॉल करने के लिए नेस्ले कम्पनी को सिर्फ तीन दिन की मोहलत दी है। कानपुर में फूड सेफ्टी विभाग के प्रमुख एसएच आबिदी ने बताया कि यहां तीन दिन की समय सीमा सोमवार को पूरी हो रही है। इस दौरान कम्पनी को मैगी के विभिन्न ब्रांड्स को दुकानों, डिपार्टमेंटल स्टोर्स, मॉल आदि से वापस मंगवाना होगा। मंगलवार यानि 9 जून से सिटी के डिपार्टमेंटल स्टोर्स, दुकानों, मॉल, ठेले आदि पर मैगी नजर नहीं आएगी।

बिक्री पर तत्काल रोक

मैगी के पैकेट्स वापस मंगवाने के लिए कम्पनी को तीन दिन की मोहलत जरूर दी गई है, लेकिन मैगी की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। फूड ऑफिसर्स के अनुसार मैगी बेचना अब पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसलिए अगर कोई दुकानदार रोक के बावजूद मैगी नूडल्स बेचता है तो यह गैरकानूनी होगा। जांच के दौरान अगर कोई दुकानदार मैगी बेचते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर कानूनी कार्यवाही की संस्तुति की जाएगी।

मैगी डीलर को नोटिस जारी

छापामार कार्यवाही के क्रम में शुक्रवार को मैगी के डीलर को एफडीए विभाग की ओर से नोटिस भी दे दिया गया। कैंट एरिया में मेसर्स पारस प्रोफेशनल के फूड आउटलेट पर दोपहर छापा मारा गया। मौके पर मैगी डीलर राजेन्द्र कुमार मिले। जांच-पड़ताल के दौरान छापामार दल को काफी साफ-सफाई नहीं मिली। इस पर कारोबारी को प्रोडक्ट के रखरखाव व साफ-सफाई के मद्देनजर नोटिस जारी की गई है। फूड इंस्पेक्टर्स ने मैगी नूडल्स व डेयरी वाइटनर का नमूना जांच के लिए भरा। बताते चलें पिछले कुछ दिनों में यह मैगी का चौथा नमूना भरा गया है। हालांकि अभी तक पुराने सैम्पल्स की रिपोर्ट नहीं आई है।

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लोकल ब्रांड्स पर भी शिकंजा

नेस्ले की मैगी के अलावा शहर में नूडल्स बनाने वाली कम्पनियां भी एफडीए के निशाने पर आ चुकी हैं। इसी कड़ी में नयागंज स्थित शुभम गोल्डी मसाला प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के सेल्स डिपो पर एफडीए अफसरों ने छापा मारा। फूड इंस्पेक्टर अरुण कुमार, राजेन्द्र कुमार व ओंकार नाथ यादव ने खतरनाक व सब-स्टैंडर्ड मैटीरियल के मिलावट के शक में गोल्डी ब्रांड के नूडल्स 'वन-वन' का नमूना भरा।

ओट ब्रांड भी सेफ नहीं

फूड ऑफिसर्स के अनुसार मैगी के सभी नौ फ्लेवर्स की बिक्री पर रोक है। इनमें भी 'ओट' ब्रांड को लेकर ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है। ऑफिसर्स के अनुसार मैदे के बजाय आटे के नूडल्स दिखावा भर हैं। इनमें मानकों की अनदेखी की आशंका है। इसी क्रम में छापामार टीम ने पूरे बाजार में ओट ब्रांड पर और ज्यादा शिकंजा कसा। कार्यवाही के बाद से बाजार में हड़कंप मचा हुआ है।

और भी ब्रांड्स अनसेफ

मैगी और गोल्डी मसाला ब्रांड के नूडल्स पर शिकंजा भले ही कसा गया है। मगर, खाने-पीने के अन्य पैकेज्ड ब्रांड्स सौ फीसदी सुरक्षित है, फूड अफसर इससे सहमत नहीं हैं। अफसरों के अनुसार कोल्ड ड्रिंक, पैकेज्ड वेबेरेजेज, बर्गर, पिज्जा आदि की टेस्टिंग करा ली जाए, तो इनमें भी गड़बड़ी निकलेगी। जल्द ऐसे पैकेज्ड फूड के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।

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ø मैगी की बिक्री पर पूरी तरह से बैन लग चुका है। अगर कोई दुकानदार मैगी बेचता है तो यह गैरकानूनी होगा। पकड़े जाने पर ऐसे दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

- एसएच आबिदी, डीओ, खाद्य सुरक्षा विभाग

Posted By: Inextlive