-चैत्र नवरात्र के तीसरे दिन मां के चंद्रघंटा स्वरूप का बहुरंगी फूलों से किया गया श्रृंगार

ALLAHABAD: चैत्र नवरात्र के तीसरे दिन देवी धामों में मां आदि शक्ति के तीसरे चंद्रघंटा स्वरूप का विधि विधान से पूजन-अर्चन किया गया। भोर में पांच बजे कपाट खुलते ही रजनीगंधा, गुड़हल, गेंदा व गुलाब के फूलों से सुसज्जित शक्ति पीठ मां ललिता देवी, मां कल्याणी व मां खेमा माई मंदिर के परिसर से लेकर बाहर तक भक्तों की कतार लगी रहीं तो मां अलोपशंकरी मंदिर में जयकारे के बीच माता रानी का पालना छूकर उनका आशीष पाने को भक्तों की होड़ दिखाई दी।

भक्ति गीतों की बयार ने बांधा समां

मां कल्याणी देवी व मां ललिता देवी मंदिर के परिसर में शाम पांच बजे से मीरापुर के आसपास रहने वाली महिलाओं ने ढोल मजीरा की धुन पर अम्बे तू है जगदम्बे व प्रेम से बोलो जय माता दी जैसे भक्ति गीतों की प्रस्तुति से समां बांधा। साथ ही मंदिर परिसर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ में दर्जनों लोगों ने आहुतियां डाली।

Posted By: Inextlive