क्रिकेट का इतिहास काफी पुराना है। इस दौरान न जाने कितने चर्चित और ऐतिहासिक मैच खेले गए। ऐसा ही एक टेस्ट मैच आज यानी 14 मार्च को खत्म हुआ था। यह सबसे लंबा टेस्ट मैच कहा जाता है जो 11 दिनों तक चला था।

कानपुर। टेस्ट क्रिकेट सिर्फ पांच दिनों का होता है। इतने दिनों में दोनों टीमें दो-दो पारियां खेलकर जीत-हार का फैसला कर लेती हैं। हालांकि अक्सर मैच ड्रॉ भी हो जाता है मगर 11 दिनों तक खेलने के बावजूद कोई टेस्ट ड्रॉ हो जाए तो आपको थोड़ी हैरानी हो सकती है। मगर ऐसा हो चुका है साल 1939 में। उस वक्त इंग्लिश टीम अफ्रीका दौरे पर थी। दोनों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी थी मगर डरबन में जब पांचवां मैच खेल गया तो इतिहास बन गया। ये मुकाबला 11 दिनों तक चला था। 3 मार्च को शुरु हुआ यह मैच 14 मार्च को खत्म हुआ था, फिर भी कोई परिणाम नहीं निकला।

इसे 'टाइमलेस टेस्ट' भी कहा जाता है

क्रिकेट इतिहास के सबसे लंबे टेस्ट मैच जिसे 'टाइमलेस टेस्ट' भी कहा जाता है, यह 1939 में डरबन के किंग्समेड क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड बनाम साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया था। तब अफ्रीकी टीम की कमान एलन मेलवेल के हाथों में थी वहीं इंग्लिश टीम की अगुआई वैली हेमेंड कर रहे थे। साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया और दो दिन तक बैटिंग की। इसके बाद तीसरा दिन रेस्ड डे रहा और अगले दिन मेजबान 530 रन पर ऑलआउट हुए। तब अफ्रीका की तरफ से दो बल्लेबाजों ने शतक लगाया। हालांकि दो दिन फील्डिंग करने के बाद इंग्लैंड ने भी दो दिन ही बल्लेबाजी की और टीम ने पहली पारी में 316 रन बनाए।

#OnThisDay in 1939, the longest Test in history, played between South Africa and England, ended as a draw after 1️⃣1️⃣ days of play!
Ken Farnes (left) and Hedley Verity (right), pictured here as they returned from the tour, bowled a combined 1311 balls in the match! 🤯 pic.twitter.com/V0obUejs89

— ICC (@ICC) March 14, 2020इंग्लैंड था जीत की कगार पर

पहली पारी के आधार पर 214 रन की बढ़त बनाने के बाद मेजबान प्रोटीज ने सेकेंड इनिंग में भी 481 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया। अब आखिरी इंनिंग में मेहमान इंग्लैंड को जीत के लिए 696 रन बनाने थे। खैर इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लिश बल्लेबाजों ने काफी अच्छी बैटिंग की। एक बल्लेबाज ने जहां दोहरा शतक जड़ा वहीं दो बैट्समैनों ने सेंचुरी जमाई। आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 41 रन बनाने थे, हालांकि उनके हाथ में पांच विकेट बाकी थे।

घर वापस जाने की जल्दी में छोड़ दिया मैच

सभी को लगा कि टेस्ट इतिहास का सबसे लंबा मैच इंग्लैंड के नाम रहेगा। मगर अंत में इंग्लिश प्लेयर्स को इतनी जल्दी थी कि उन्होंने मैच बीच में छोड़ दिया। दरअसल मेहमान टीम को इंग्लैंड वापस जाने के लिए अपनी नाव पकडऩी थी, ऐसे में दोनों कप्तानों ने रजामंदी से यह टेस्ट ड्रॉ करवा लिया। इसी के साथ क्रिकेट जगत का सबसे लंबा टेस्ट मैच ड्रा पर समाप्त हुआ।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari