क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट छोड़े हुए आज 8 साल हो गए। सचिन ने आज ही के दिन 2013 में आखिरी मैच खेला था। यह टेस्ट मैच था जो वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया था।

नई दिल्ली (एएनआई)। आज ही के दिन, आठ साल पहले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था।तेंदुलकर का करियर दो दशक से अधिक का है। मुंबई में अपने घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ 200वें टेस्ट मैच के बाद उन्होंने क्रिकेट के सभी फाॅर्मेट से संन्यास ले लिया था। तेंदुलकर ने अपने आखिरी टेस्ट में 74 रन बनाए। उन्हें स्पिनर नरसिंह देवनारायण ने वापस पवेलियन भेजा, जिन्होंने उन्हें डैरेन सैमी के हाथों कैच कराया। हालाँकि, जब सैमी ने कैच लिया, तो वह भावुक हो गए थे और उन्होंने जश्न भी नहीं मनाया क्योंकि यह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में तेंदुलकर की आखिरी पारी थी।

सचिन ने दिया था इमोशनल कर देने वाला भाषण
मैच के बाद, तेंदुलकर ने वानखेड़े में एक भाषण दिया, जिसने दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों की आंखों में आंसू ला दिए। तेंदुलकर ने कहा, "समय तेजी से बह गया है, लेकिन जो यादें आपने मेरे साथ छोड़ी हैं, वे हमेशा और हमेशा मेरे साथ रहेंगी और विशेष रूप से 'सचिन सचिन' का नारा मेरे कानों में तब तक गूंजता रहेगा जब तक मैं सांस लेना बंद नहीं कर देता।"

🇮🇳 𝟑𝟒,𝟎𝟎𝟎+ runs
💯 Centuries
💙 Countless memories #OnThisDay in 2️⃣0️⃣1️⃣3️⃣, the 𝐌𝐚𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐁𝐥𝐚𝐬𝐭𝐞𝐫 hung up his boots with a well-deserved and an emotional send off 🙇🙇♀#OneFamily #MumbaiIndians @sachin_rt @ICC pic.twitter.com/vi8pbGDnDL

— Mumbai Indians (@mipaltan) November 16, 2021

ऐसा रहा है इंटरनेशनल करियर
2019 में, तेंदुलकर ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले छठे भारतीय बन गए थे। 46 वर्षीय ने 1989 में 16 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यम किया था। उन्होंने सभी फाॅर्मेट में 34,357 रन बनाए, जो श्रीलंका के दूसरे पूर्व क्रिकेटर कुमार संगकारा से 6,000 रन अधिक है। अब तक के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक के रूप में, तेंदुलकर के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक के सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है, जिन्होंने एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन और टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए हैं।

Goosebumps then, Goosebumps now
𝙎𝙖𝙘𝙝𝙞𝙣𝙣𝙣...𝙎𝙖𝙘𝙝𝙞𝙣𝙣𝙣 💙🙌#OneFamily #MumbaiIndians @sachin_rt pic.twitter.com/Z8ceXiDi00

— Mumbai Indians (@mipaltan) November 16, 2021

भारत के वर्ल्डकप चैंपियन
37 साल की उम्र में तेंदुलकर ने अपना अंतिम वर्ल्डकप खेला। द मेन इन ब्लू ने 2011 के सीजन के फाइनल में श्रीलंका को घर में छह विकेट से हराया। इसने तेंदुलकर को पहली बार विश्व कप विजेता टीम का सदस्य बनाया। वह भारत के टाॅप रन-स्कोरर थे और टूर्नामेंट में कुल मिलाकर दूसरे स्थान पर थे। उन्होंने 2012 में 50 ओवर के फाॅर्मेट से संन्यास ले लिया था। तेंदुलकर ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस के मेंटर के रूप में भी काम किया है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari