पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग की तूफानी बल्लेबाजी के सभी दीवाने थे। सहवाग ने न सिर्फ भारत के लिए बल्कि आईपीएल में भी अकेले दम पर कई मैच टीम को जिताए। इसी में एक मुकाबला आज के दिन आईपीएल 2014 में खेला गया था जिसमें वीरू ने ताबड़तोड़ बैटिंग की थी।


नई दिल्ली (एएनआई)। आज से छह साल पहले मुंबई के वानखेड़े में दर्शकों को एक ऐसी पारी देखने को मिली, जिसे वो कभी नहीं भूल पाए। ये कोई इंटरनेशनल मैच नहीं था मगर फैंस का हूजूम के आप मैच का अंदाजा लगा सकते थे। ये मुकाबला था आईपीएल 2014 का, जिसमें किंग्स इलेवन पंजाब और चेन्नई सुपर किंग्स की टीमें आमने-सामने थी। ये मैच 30 मई को ही खेला गया था। दोनों टीमों के लिए मुकाबला करो या मरो वाला था, क्योंकि जो भी टीम जीतती वह फाइनल में पहुंचती।2014 में खेला गया था ये मैच
सहवाग, जो आईपीएल के 2014 संस्करण में किंग्स इलेवन पंजाब का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ सिर्फ 58 गेंदों पर 122 रनों की पारी खेली। प्लेऑफ चरण के दूसरे क्वालीफायर में, सहवाग ने अपने आईपीएल करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। उनकी टीम ने पंजाब को निर्धारित बीस ओवरों में कुल 226/6 के स्कोर पर पहुंचने में सक्षम बनाया। सहवाग ने इस पारी में 12 चौके और आठ छक्के लगाए और दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 210.34 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। यह सहवाग का आईपीएल के इतिहास में दूसरा शतक था क्योंकि उन्होंने 2011 के संस्करण में डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ अपना पहला शतक बनाया था।वीरू की पारी से धोनी को मिली थी हार226 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई की टीम सिर्फ 24 रन पीछे रह गई क्योंकि सीएसके निर्धारित बीस ओवरों में 7 विकेट पर 202 रही ही बना सकी। चेन्नई की तरफ से सुरेश रैना ने महज 25 गेंदों पर 87 रनों की तेजतर्रार पारी खेली, जिससे पंजाब कैंप में खतरे की घंटी बज गई, लेकिन जैसे ही वह आउट हुए, चेन्नई की पारी पटरी से उतर गई। इस जीत के परिणामस्वरूप, पंजाब पहली बार आईपीएल के फाइनल में पहुंचने में सफल रहा। हालांकि, टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ फाइनल हार गई।ऐसा है सहवाग का आईपीएल करियरसहवाग ने अपने आईपीएल करियर में 104 मैच खेले और 27.55 की औसत से 2,728 रन बनाए। आईपीएल में उनका आखिरी सीज़न 2015 सीज़न में आया था क्योंकि उन्होंने उस विशेष संस्करण के दौरान आठ मैच खेले थे, जिसमें 12.37 की औसत से सिर्फ 99 रन बनाए थे।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari