कहते हैं क्रिकेट हुनर के अलावा किस्मत का भी खेल है। एेसे ही एक बदकिस्मत खिलाड़ी हैं न्यूजीलैंड के बर्ट सेक्लिफ। जिन्होंने 18 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला मगर कभी नहीं मिली जीत।


कानपुर। न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के दिग्गज बल्लेबाज रहे बर्ट सेक्लिफ का जन्म 17 नवंबर 1923 को ऑकलैंड में हुआ था। सेक्लिफ न्यूजीलैंड क्रिकेट के बेहतरीन क्रिकेटरों में जाने जाते थे। वह काफी प्रतिभावान थे। यही वजह है कि 50-60 दशक में विश्वभर के सभी गेंदबाज उनसे घबराते थे। सिर्फ इंटरनेशनल क्रिकेट ही नहीं घरेलू क्रिकेट में भी बर्ट का बल्ला जमकर चलता था। टेस्ट क्रिकेट में जहां वह 40.10 की औसत से रन बनाते थे वहीं फर्स्ट क्लाॅस क्रिकेट में उनके बल्ले से 47.41 की औसत से रन निकले।18 साल खेले मगर जीते नहीं
क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, बर्ट ने अपना पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ मार्च 1947 में खेला था। इन्होंने करीब 18 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि इतने लंबे वक्त तक खेलने के बावजूद उन्होंने कोई मैच नहीं जीता। अपने 42 मैचों के टेस्ट करियर में सेक्लिफ कभी भी विनिंग टीम का हिस्सा नहीं रहे। हालांकि उनके बल्लेबाजी आंकड़े इसके उलट हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके बल्ले से कुल 2727 रन निकले इसमें 5 शतक और 15 अर्धशतक भी शामिल हैं। यही नहीं बर्ट ने अपने करियर की सबसे बड़ी 230 रनों की पारी भारत के खिलाफ दिल्ली में खेली थी।


सिर पर पट्टी बांधे उतरे थे मैदान पर77 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए बर्ट की बैटिंग की खासियत थी वह काफी जुझारु खिलाड़ी रहे। साल 1953 की बात है जब कीवी टीम टेस्ट सीरीज खेलने साउथ अफ्रीका गई थी। दूसरा टेस्ट मैच एलिस पार्क में खेला गया। इस मैच में कीवी टीम की बल्लेबाजी डगमगा गई थी। इसके बावजूद बर्ट एक छोर पर डटे रहे। इस बीच साउथ अफ्रीकी तेज गेंदबाज नील एडकाॅक द्वारा फेंकी एक बाउंसर उनके सिर पर आकर लगी। उनके खून भी निकलने लगा। उनका तुरंत उपचार किया गया, मगर कुछ देर बाद बर्ट सिर पर पट्टी बांधे मैदान में बल्लेबाजी करने आए और अफ्रीकी गेंदबाजों का डटकर सामना किया। उस मैच में बर्ट ने नाबाद 80 रन बनाए थे। यही नहीं आखिरी विकेट के लिए उन्होंने कीवी गेंदबाज बाॅब ब्लेयर के साथ 33 रन की साझेदारी की। बर्ट के साथी खिलाड़ी बाॅब के लिए यह पारी महत्वपूर्ण थी क्योंकि मैच के ठीक दो दिन पहले बाॅब की मंगेतर की ट्रेन एक्सीडेंट में मौत हो गई थी।उंगली न होने के बावजूद इस मशहूर गेंदबाज ने चटकाए 789 विकेट

वो गेंदबाज जो मैदान में तोड़ता था बल्लेबाजों की हड्डियां, बाउंड्री पर लगानी पड़ती थी पुलिस

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari