व‌र्ल्ड नो टुबैको डे के मौके पर दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट कैंप आयोजित किया। एक्टिव के साथ पैसिव स्मोकिंग के भी मिले मरीज आसपास के स्मोकर्स फेफड़े कर रहे कमजोर...

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PRAYAGRAJ: स्मोकिंग करना बुरी बात है. स्मोकिंग करने वाले को तो नुकसान होता ही है. साथ ही आसपास वालों की जिंदगी पर भी खतरा मंडराने लगता है. इस बात का खुलासा दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट द्वारा व‌र्ल्ड नो टुबैको डे के अवसर आयोजित पल्मोनरी फंक्शन टैस्ट कैंप के दौरान हुआ. लोगों से बातचीत में पता चला कि लंबे समय से सिगरेट पीने से उनको सांस फूलने से जैसी दिक्कतों को फेस करना पड़ रहा है.

यहां लगे कैंप

पंजाब नेशनल बैंक सर्किल आफिस संगम प्लेस, विकास भवन, दैनिक जागरण आई नेक्स्ट कार्यालय और श्वास निदान केंद्र रामबाग शामिल रहा.

कैंप में सामने आई हकीकत

400 लोगों के फेफड़े की हुई जांच.

25 फीसदी के फेफड़े निकले कमजोर. इन्होंने माना कि पिछले कई साल से कर रहे स्मोकिंग.

15 फीसदी के फेफड़ों में दम कम निकला तो उन्होंने बताया कि वह पैसिव स्मोकिंग के शिकार हैं. घर या आफिस में आसपास लोगों के स्मोकिंग करने से उन्हे दिक्कत होती है.

10 फीसदी के फेफड़े सीवियर कंडीशन में निकले. उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल रिफर कर दिया गया.

05 फीसदी महिलाओं ने माना कि घर या आफिस में होने वाली स्मोकिंग से उन्हें सांस फूलने की दिक्कत होने लगी है.

7 फीसदी लोगों के फेफड़े का परफार्मेस पीएफटी में रहा बेटर.

50 फीसदी लोगों के फेफड़े नार्मल कंडीशन में मिले. इनका पीएफटी बेटर से नीचे रहा.

डॉक्टरों ने दी सलाह

डॉ. आशुतोष गुप्ता, चेस्ट फिजीशियन

-अस्थमा और सीओपीडी से बचने के लिए तत्काल स्मोकिंग छोड़ देना चाहिए.

-बार-बार सांस फूलने पर मरीज को होशियार हो जाना चाहिए.

-श्वास को कंट्रोल करने के लिए इनहेलर का उपयेाग करना चाहिए.

-साल में एक बार फेफड़ों की जांच कराना जरूरी है.

-स्मोकिंग से फेफड़े, मुंह और गले का कैंसर होने की संभावना होती है.

इन्होंने भी कराया पीएफटी

विकास भवन में सीडीओ अरविंद सिंह, डीडीओ पीके सिंह, पीडी केके सिंह, कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष नरसिंह, महामंत्री राजेंद्र त्रिपाठी, समाज कल्याण अधिकारी दीनानाथ राम, दिव्यांग जन कल्याण अधिकारी विभाग विपिन उपाध्याय, जिला कर्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा, पंजाब नेशनल बैंक सर्किल आफिस में मंडल प्रमुख पुष्कर तराई, मुख्य प्रबंधक वाईएन पांडेय, मुख्य प्रबंधक चेतन कुमार, चीफ मैनेजर अरुणा शुक्ला, सीनियर मैनेजर लॉ विवेक वर्मा, दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के एजीएम मनीष चतुर्वेदी, संपादक श्याम शरण श्रीवास्तव ने आगे आकर पीएफटी कराई. रामबाग स्थित श्वास रोग निदान केंद्र में चेस्ट फिजीशियन डॉ. आशुतोष गुप्ता ने मरीजों के फेफड़े की जांच कर उन्हें उचित सलाह दी. कैंप आयोजन में डॉ. आशुतोष सहित स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉ. विवेक मिश्रा, डॉ. सादिक अली, डॉ. शैलेष मौर्या, अरुण स्वरूप, अमित यादव, ल्यूपिन के रवि कुमार का विशेष योगदान रहा. स्वास्थ्य विभाग की एनसीडी सेल की ओर से पीएनबी के सर्किल आफिस और विकास भवन में कर्मचारियों और अधिकारियों का ब्लड प्रेशर और शुगर टेस्ट भी किया गया. जो लोग इससे ग्रसित पाए गए उनको डॉक्टरों ने उचित सलाह भी दी.

Posted By: Vijay Pandey