- गवर्नर ने आई नेक्स्ट की पहल पर कॉलेज से डिपार्टमेंट का प्रपोजल मांगा

-फैकल्टी न होने से पीपीएन कॉलेज का जिओलॉजी डिपार्टमेंट तीन साल पहले बंद हो गया था

KANPUR: फैकल्टी न होने के कारण बंद हो चुके सीएसजेएम यनिवर्सिटी के एक मात्र जिओलॉजी डिपार्टमेंट के फिर से खुलने की संभावना बन रही है। पीपीएन कॉलेज स्थित इस डिपार्टमेंट के इश्यू के पर आई नेक्स्ट ने गवर्नर से दीक्षांत समारोह पर चर्चा की थी। जिसके बाद गवनर्र ने कॉलेज से प्रपोजल मांगा है। आयोग से टीचर न मिलने की वजह से कॉलेज मैनेजमेंट ने 7 साल तक अपनी पॉकेट से टीचर की सैलरी देकर स्टूडेंट्स की क्लास कराई। इसके बाद भी टीचर नहीं नियुक्त हुआ तो कॉलेज ने जिओलॉजी के एडमिशन बंद कर दिए। स्टेट में जिओलॉजी के एक्सपर्ट की कमी है। बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में सेलेक्शन कमेटी के पैनल के लिए एक्सपर्ट नहीं मिले थे। साउथ इंडिया से एक्सपर्ट कॉल कर कोरम पूरा किया गया था।

7 साल जेब से दी सैलरी

40 सीटों वाले जिओलॉजी डिपार्टमेंट के लास्ट परमानेंट फैकल्टी प्रो। पीएन अग्रवाल थे। जो 1997 में रिटायर हो गए थे। इसके बाद डॉ। पूनम खरे निश्चित मानदेय पर स्टूडेंट्स की क्लास लेती रहीं। 2005 में वह भी आयोग से चयनित होकर सहारनपुर के एक डिग्री कॉलेज चलीं गई। कॉलेज मैनेजमेंट ने इयर 2012 तक अपनी जेब से टीचर रखकर स्टूडेंट्स की क्लास करवाई। 2013 में एडमिशन बंद कर दिए गए।

Posted By: Inextlive