RANCHI: रांची यूनिवर्सिटी के पीजी डिपार्टमेंट्स में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए गुड न्यूज है। उन्हें अब नई किताबें पढ़ने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। सभी ख्ख् डिपार्टमेंट्स के स्टूडेंट्स के लिए एक करोड़ रुपए की नई किताबें रांची यूनिवर्सिटी खरीदने वाली है। ये किताबें सेंट्रल लाइब्रेरी के लिए होंगी। इसके लिए राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान(रूसा)ने एक करोड़ रुपए की राशि भेजी है। यूनिवर्सिटी ने किताबों की खरीदारी के लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। एक महीने में स्टूडेंट्स को यह सुविधा मिलने वाली है।

पिछली बार क्0 लाख की खरीदारी

रांची यूनिवर्सिटी के सेंट्रल लाइब्रेरी में साल ख्0क्ब् के बाद किताबें खरीदी जा रही हैं। इसके पहले क्0 लाख रुपए की किताबें खरीदी गई थीं।

सीबीसीएस लागू करने में राहत

सेंट्रल लाइब्रेरी में किताबें पुरानी हो चुकी थीं। कोर्स की नई किताबों का अभाव था। साथ ही इसी साल रांची यूनिवर्सिटी ने पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम(सीबीसीएस) भी लागू किया है। पाठ्यक्रम बदले जाने की वजह से छात्रों को नई किताबों के लिए भटकना पड़ रहा था। इस वजह से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। नई किताबें आने से छात्रों को राहत मिलेगी।

ई बुक्स भी होंगी

सेंट्रल लाइब्रेरी में ई बुक्स भी होंगी। टेंडर प्रक्रिया में ई बुक्स को भी शामिल किया गया है। एक डिपार्टमेंट के लिए फ्.भ् लाख रुपए की किताबों की खरीदारी होगी।

ऐसे ले सकते हैं मेंबरशिप

रांची यूनिवर्सिटी के पीजी डिपार्टमेंट्स में पढ़ने वाले छात्र सेंट्रल लाइब्रेरी की मेंबरशिप ले सकते हैं। इसके लिए क्00 रुपए का चार्ज लगेगा। स्टूडेंट्स को दो कार्ड यानी दो किताबें ले जाने की परमिशन होगी। वहीं, टीचर, स्टाफ व स्कॉलर्स के लिए ख्00 रुपए चार्ज लगेगा। इसमें फ् कार्ड मिलेंगे। यह चार्ज मेंबरशिप खत्म होने के बाद रिफडेंबल है।

क्9म्ख् में हुई थी स्थापना

सेंट्रल लाइब्रेरी की स्थापना सन क्9म्ख् में हुई थी। लाइब्रेरी में क्ख् लाख 8 हजार फ्7 किताबें हैं। इस साल सेंट्रल लाइब्रेरी को अपग्रेड किया गया है। सीटिंग कैपासिटी भी बढ़ाई गई है। सेंट्रल लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए ब्000 स्टूडेंट्स इनरोल्ड हैं। 700 से अधिक स्टूडेंट्स रोजना यहां पढ़ाई करते हैं।

वर्जन ::::

रूसा फंड से किताबों के लिए अलॉटमेंट हुआ है। एक करोड़ रुपए की किताबों के लिए टेंडर जारी किया गया है। छात्रों को इसका फायदा जल्द मिलेगा।

-संजय कुमार कर्ण, असिस्टेंट लाइब्रेरियन, सेंट्रल लाइब्रेरी, आरयू

Posted By: Inextlive