- लखनऊ यूनिवर्सिटी ने मल्टीपल च्वाइस सिस्टम को खत्म किया

- एक चालान-एक कोर्स के आधार पर होंगे एडमिशन

- यूजी कोर्स के एडमिशन में यूनिवर्सिटी ने किया बड़ा बदलाव

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LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी इस बार से अंडर ग्रेजुएट कोर्स में मल्टीपल च्वाइस सिस्टम को समाप्त करने जा रही है. ऐसे में अब स्टूडेंट्स को एक फीस पर एक ही कोर्स में एडमिशन का मौका मिलेगा. एलयू प्रशासन ने यह फैसला एडमिशन के लिए आवेदन प्रक्रिया के बाद काउंसिलिंग के समय आने वाली प्रॉब्लम्स को देखते हुए लिया है. अब यूनिवर्सिटी मल्टीपल च्वाइस सिस्टम को बंद कर एक चालान-एक कोर्स सिस्टम के तहत एडमिशन लेगी. इस सिस्टम से स्टूडेंट्स केवल अपने पसंद के ही कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आवेदन कर सकेंगे.

पहले मिलता था मल्टीपल आवेदन का फायदा

लखनऊ यूनिवर्सिटी ने पिछले साल अपने यहां पर ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया शुरू करने के साथ ही ई-चालान के माध्यम से फीस जमा करने की प्रक्रिया शुरू की थी. इसी के साथ ही यूनिवर्सिटी ने अपने एडमिशन सिस्टम में एक ई-चालान के माध्यम से स्टूडेंट्स को एक या उससे अधिक कोर्सेस में एडमिशन के लिए आवेदन करने का मौका देती थी. जिसके बाद काउंसिलिंग के समय स्टूडेंट्स जिस कोर्स में एडमिशन के लिए ओके करता था, यूनिवर्सिटी उस फीस को उस कोर्स के फीस के साथ एडजस्ट कर देती थी. ऐसे में यूनिवर्सिटी को काफी नुकसान होता था. एक ही स्टूडेंट यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने के लिए एक ही ई-चालान पर दो या उससे अधिक कोर्सेस में एडमिशन के लिए आवेदन कर देता था.

नहीं मिलते थे अच्छे स्टूडेंट्स

यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि ऐसा केवल इसलिए किया गया है ताकि हर स्टूडेंट को एडमिशन का मौका दिया जा सके. इस प्रक्रिया के कारण खुद यूनिवर्सिटी को ही नुकसान उठाना पड़ रहा था. एक स्टूडेंट ने एक चालान पर दो या उसे अधिक कोर्सेस में एडमिशन के लिए आवेदन कर देते थे, पर काउंसिलिंग के लिए जो मेरिट जारी की गई, वह उसमें फिट नहीं बैठती थी. ऐसे में या तो वह एडमिशन नहीं लेते थे, या फिर जिस कोर्स में उसे एडमिशन मिल जाता था, उसमें एडमिशन ले लेते थे. ऐसे स्टूडेंट्स का मकसद केवल यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाना होता है. ऐसे में वास्तविक स्थिति में कई मेन कोर्सेस में सीटें खाली रह जाती थीं. ऐसे स्थिति में यूनिवर्सिटी को उन सीटों को भरने के लिए टॉपर्स या मेरिट वाले स्टूडेंट्स नहीं मिलते थे.

एक कैंडीडेट के तीन कोर्स

यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि हर कोर्स में एडमिशन के लिए आकड़ें तो अधिक दिखते थे, पर वास्तविकता में एक ही कैंडीडेट ने तीन-तीन कोर्सेस में एडमिशन के लिए आवेदन किया हुआ होता था. जिस कारण से जब वह किसी कोर्स में एडमिशन फाइनल कर देता था तो दो कोर्सेस में संख्या कम जाती थी. ऐसी स्थिति में यूनिवर्सिटी को सीटें भरने में प्रॉब्लम हो रही थी.

एक ही दिन होगी यूजी की काउंसिलिंग

यूनिवर्सिटी के एडमिशन को-ऑर्डिनेटर प्रो. राजकुमार सिंह ने बताया कि इस बार यूजी एडमिशन में बीए, बीकॉम और बीएससी के सभी कोर्सेस में एडमिशन के लिए एक ही दिन काउंसिलिंग कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि अभी तक तीनों कोर्सेस में अलग-अगल दिन काउंसिलिंग प्रक्रिया आयोजित होती थी. इस मामले पर सहमति के लिए इसे एडमिशन कमेटी में रखा जाएगा. अभी यह प्रस्ताव तैयार कर वीसी को भेजा गया है.

Posted By: Kushal Mishra