CHAIBASA: केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पश्चिम सिंहभूम जिले में खास असर नहीं रहा। चाईबासा में स्टेट बैंक की शाखा व पोस्ट आफिस खुला रहा। बैंक आफ इंडिया, एलआइसी समेत अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ताला लटका रहा। बैंक आफ इंडिया के सामने बुधराम कुदादा, जयसिंह हेंब्रम, निर्मल पुरती, बीएस बोयपाई, तुराम बारी, रिचा बिरुली आदि नारेबाजी कर रहे थे। इससे चाईबासा में करीब एक करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ। वहीं, लौहांचल में कोई असर नहीं देखा गया। आरएमडी सेल के किरीबुरू, मेघाहातुबुरू, गुवा और चिडि़या लौह अयस्क खदानों में कोई असर देखने को नहीं मिला। हड़ताल के दौरान आरएमडी मिनरल्स वर्कर्स युनियन (सीआईटीयू) मेघाहातुबुरू ने मेघाहातुबुरू लौह अयस्क खदान के मुख्य तक प्रदर्शन किया।

ऑफिस के समक्ष प्रदर्शन

वहीं, दूसरी तरफ एनएमडीसी माइंस वर्कर्स युनियन (एटक) किरीबुरू में मोटरसाइकिल रैली निकाली। इसके साथ ही किरीबुरू लौह अयस्क खदान के जेनरल ऑफिस के समक्ष प्रदर्शन किया। इस दौरान सीआईटीयू नेता राम विलाप पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के विरूद्ध यह एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल आयोजित की गई है और आज तक मजदूरों का अनेकों मांगे लंबित पड़ी है। उन्होंने बताया कि आज खाद्यान्न सामग्रियों का निरंतर महंगाई बढ़ती जा रही है जिससे देश में बेरोजगारी भी चरम पर पहुंच चुकी है। इधर, सीटू नेता अमरनाथ यादव नें बताया कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण मुनाफा देने वाले कल कारखानों को प्राइवेट कम्पनियों को बेच दी जा रही है, या तो बंद कर दी जा रही हैं। वहीं, एटक नेता एडी मंडल ने भी केंद्र सरकार को कठघड़े में खड़ा करते हुए मजदूर विरोधी बताया। इसके साथ हीं मजदूर विरोधी नीतियों पर रोक लगाते हुए कनूनों में बदलाव किए जाने की मांग की है। इसके साथ हीं ठेका मजदूरों का वेतनमान 21 हजार रूपये किये जाने की भी मांग की है।

Posted By: Inextlive