इंडियन क्रिकेट टीम के फॉर्मर कैप्‍टन राहुल द्रविड़ का मानना है कि क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में से वनडे क्रिकेट अपने अस्तित्‍व को लेकर जूझ रहा है. उन्‍होंने कहा कि इसे प्रासंगिक बनाये जाने के लिये चैम्पियंस ट्रॉफी या वर्ल्‍डकप जैसे अधिक टूर्नामेंटों का आयोजन करना होगा.

बेमानी हो रहे वनडे मैच
द्रविड़ ने यहां छठा दिलीप सरदेसाई स्मृति लेक्चर देने के बाद कहा,'मुझे लगता है कि वनडे क्रिकेट जूझ रहा है. वनडे क्रिकेट को अगर आप चैंम्पियंस ट्रॉफी या वर्ल्डकप के नजरिये से देखो तो यह प्रासंगिक है'. उन्होंने कहा,'मुझे लगता है कि सभी अन्य वनडे क्रिकेट को इस तरह से खेला जाना चाहिये कि यह चैम्पियंस ट्रॉफी और वर्ल्डकप में खेलने की ओर बढ़े. मुझे लगता है कि बेमानी वनडे मैच हो रहे हैं और काफी अधिक वनडे मैच समस्या हो सकते हैं.'
'चकिंग' को लेकर क्या बोले
अभी हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट में बॉलिंग एक्शन को लेकर चल रहे मामले पर द्रविड़ ने कहा कि चकिंग अपराध नहीं है, लेकिन तकनीकी खामी में सुधार किया जाना चाहिये. उन्होंने बताया कि ICC का नियम है. जब उन्होंने काफी पुरानी फुटेज की समीक्षा की तो पाया कि कोहनी का 15 डिग्री तक मुड़ना सामान्य है. सभी ऐसा कर रहे हैं. ग्लेन मैक्ग्रा की कोहनी भी मुड़ती थी, लेकिन यह 15 डिग्री के भीतर था इसलिये वह चकिंग नहीं करता था. इसके लिये एक सिस्टम है.

ICC हो गया सतर्क

द्रविड़ ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि वे इसे कड़ाई से लागू कर रहे हैं और इसकी समीक्षा कर रहे हैं. मैं उन्हें संदेह का लाभ देता हूं. ICC अधिक सतर्क हो गया है और वे ऐसा नहीं कर रहे हैं कि अगर 2009 में आप सही साबित हुये तो दोबारा आपका परीक्षण नहीं होगा. इस पूर्व इंडियन कैप्टन ने कहा, निजी तौर पर मुझे नहीं लगता कि आपको चकिंग को अपराध के तौर पर देखना चाहिये. मुझे लगता है कि यह तकनीकी खामी है. 

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari