क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: राजधानी समेत पूरे राज्य में कोरोना संदिग्धों से कले1ट किये गए सैंपल लगातार पेंडिंग

RANCHI: राजधानी समेत पूरे राज्य में कोरोना संदिग्धों से कलेक्ट किये गए सैंपल लगातार पेंडिंग होते जा रहे हैं। जानकारों का मानना है कि जून में पेंडिंग सैंपलों की संख्या करीब एक लाख हो सकती है। पेंडिंग सैंपल की इन बढ़ती संख्या ने सैंपल की जांच करने वाली टीम से लेकर जिला प्रशासन और कोरोना से लड़ने के लिए तैयार नोडल अधिकारियों की टीम के भी होश उड़ा रखे हैं। लोगों को समझ में नहीं आ रहा कि बढ़ते पेंडिंग्स नंबर पर कैसे कंट्रोल किया जाए। वर्तमान में करीब 14 हजार सैंपल पेंडिंग हैं। ये सैंपल कलेक्ट कर लिए गए हैं, लेकिन इनकी जांच में करीब 6 से 7 दिन लग सकते हैं।

रोज चार हजार कलेक्शन

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि राज्य में हर दिन करीब 4000 सैंपल कलेक्ट किए जा रहे हैं। सरकारी और निजी पैथ लैब्स में कलेक्ट किए गए इन सैम्पल्स की जांच की जा रही है। हर दिन करीब 2000 सैंपल ही जांच हो पा रही है। ऐसे में आने वाले एक माह के अंदर करीब एक लाख 20 हजार से ऊपर सैंपल कलेक्ट किए जाएंगे, जबकि उनकी जांच 50000 से 60000 के बीच ही पाएगी।

3.19 करोड़ की आबादी वाले झारखंड में शनिवार तक 76100 सैंपल कलेक्ट किए गए हैं। इनमें 62916 सैंपल टेस्ट किये जा चुके हैं, जिनमें पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा छह सौ को पार कर चुका है। अगले सात दिनों में जब तक 14000 कलेक्टेड सौंपल की जांच हो पाएगी तब तक 28000 (4000 सैंपल पर डे) फिर जमा हो जाएंगे।

अभी तक एप से जांच नहीं

कोरोना संदिग्धों के सैंपल टेस्ट पूरी तरह ऑनलाइन एप के जरिए रजिस्टर्ड करने की तैयारी की जा रही है, लेकिन अभी तक यह शुरू नही किया जा सका है। एनआईसी दिल्ली द्वारा तैयार किए गए मोबाइल एप आरटी-पीसीआरके माध्यम से हर नागरिक का सैंपल डाटा इस एप में स्टोर किया जाना है। इसके साथ ही इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के पास कुल पॉजिटिव या निगेटिव केस की पूरी जानकारी भी समुचित रूप से उपलब्ध रह सकेगी।

रांची में कलेक्शन स्लो

राजधानी में कोरोना संदिग्धों के कलेक्शन का काम धीमा हो गया है। कांटेक्ट ट्रेसिंग के बाद भी कई लोगों को होम क्वारंटीन होने को कहा जा रहा है, लेकिन जांच नहीं की जा रही। कई लोग ऐसे हैं जो खुद प्राइवेट लैब्स में अपनी जांच करवा रहे हैं।

Posted By: Inextlive